- Hindi News
- Career
- Foreign Secretary Vikram Misri Made X Account Private After Online Trolling And Abuse
- कॉपी लिंक
भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच भारत का पक्ष दुनिया के सामने रखने वाले विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने अपना X अकाउंट प्राइवेट कर लिया है। इसका मतलब है कि केवल वेरिफाइड यूजर्स ही उनका अकाउंट देख सकते हैं, या उनके पोस्ट्स पर कोई कमेंट कर सकते हैं।
दरअसल, 10 मई को भारत पाकिस्तान के बीच सीजफायर के ऐलान के बाद कई यूजर्स उनके पोस्ट्स पर ऑनलाइन एब्यूज कर रहे थे। यहां तक कि उनके परिवार के साथ उनकी पुरानी तस्वीरें शेयर हो रही थीं जिसके साथ उनकी बेटी का मोबाइल नंबर और कई तरह के कमेंट्स किए जा रहे थे। इसके बाद उन्होंने अपना अकाउंट सिक्योर कर लिया।
उनके इस कदम के बाद सोशल मीडिया पर कई यूजर्स उनकी ऑनलाइन ट्रोलिंग की निंदा कर रहे हैं। यूजर्स का कहना है कि सीनियर ऑफिसर को पर्सनल लेवल पर ट्रोल करने वालों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
सीजफायर के ऐलान के बाद होने लगी थी ट्रोलिंग
रविवार 10 मई को विक्रम मिसरी ने प्रेस ब्रीफिंग में भारत और पकिस्तान के बीच सीजफायर की जानकारी दी थी। हालांकि, इसके कुछ ही घंटे बाद भारत-पाक सीमा पर पड़ोसी देश ने फिर गोलीबारी शुरू कर दी। ऐसे में X यूजर्स ने विक्रम मिसरी पर कमेंट्स शुरू कर दिए थे।
विक्रम देश के 35वें विदेश सचिव हैं
साल 2024 में विक्रम मिसरी ने देश के 35वें विदेश सचिव के रूम में कार्यभार संभाला था। इनमें पहले विनय मोहन क्वातरा विदेश सचिव के रूप में काम कर रहे थे।
जनवरी 2022 से 2024 तक विक्रम मिसरी भारत के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर यानी NSA के डिप्टी का काम कर रहे थे। 2019 से 2021 तक वो चीन में भारतीय एम्बैसडर रहे। वो इंदर कुमार गुजराल, मनमोहन सिंह और नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री रहते हुए प्राइवेट सेक्रेटरी रह चुके हैं। इसके अलावा वो स्पेन और म्यांमार में भी भारत के एम्बैसडर रहे हैं।
एडवरटाइजिंग करियर छोड़ सिविल सर्विस में आए थे मिसरी
विक्रम मिसरी का जन्म 7 नवंबर 1964 को जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में हुआ। वो एक कश्मीरी पंडितों के परिवार से ताल्लुक रखते हैं। श्रीनगर के बर्न हॉल स्कूल और DAV स्कूल से उनकी शुरुआती पढ़ाई हुई। मध्य प्रदेश के ग्वालियर के सिंधिया स्कूल में भी वो पढ़ाई कर चुके हैं। दिल्ली यूनिवर्सिटी के हिंदु कॉलेज से उन्होंने हिस्ट्री में ग्रेजुएशन किया। इसके बाद झारखंड के जमशेदपुर के जेवियर लेबर रिलेशंस इंस्टीट्यूट से MBA किया।
सरकारी सेवा में शामिल होने से पहले, उन्होंने तीन वर्षों तक विज्ञापन क्षेत्र में कार्य किया, जिसमें लिंटास इंडिया (मुंबई) और कॉन्ट्रैक्ट एडवरटाइजिंग (दिल्ली) शामिल हैं। वे 1989 में भारतीय विदेश सेवा (IFS) में शामिल हुए थे।
ये खबरें भी पढ़ें…
दो महीने में रिटायर होने थे सूबेदार मेजर पवन कुमार: मजदूर माता-पिता की इकलौती संतान थे सिपाही मुरली; भारत-पाक जंग के शहीदों को जानें
भारत-पाकिस्तान में तनाव के बीच बॉर्डर इलाकों में रहने वाले लोग दहशत में हैं। इस जंग में सीमा के इलाकों में तैनात सूबेदार मेजर पवन कुमार, ADD कमिश्नर राज कुमार थापा, सिपाही मुरली नाइक, लांस नायक दिनेश शर्मा, BSF के सब-इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज और राइफलमैन सुनील कुमार समेत कई सिपाही शहीद हो गए। पूरी खबर पढ़ें…
- व्हाट्स एप के माध्यम से हमारी खबरें प्राप्त करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
- टेलीग्राम के माध्यम से हमारी खबरें प्राप्त करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
- हमें फ़ेसबुक पर फॉलो करें।
- हमें ट्विटर पर फॉलो करें।
———-
स्थानीय सूचनाओं के लिए यहाँ क्लिक कर हमारा यह व्हाट्सएप चैनल जॉइन करें।
Disclaimer: This story is auto-aggregated by a computer program and has not been created or edited by Ghaziabad365 || मूल प्रकाशक ||