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Kannauj Famous Perfume: कन्नौज का चंदन का इत्र, जिसे संदल भी कहते हैं, गर्मियों में ठंडी तासीर के कारण लोकप्रिय है. इसकी कीमत 10 ग्राम के लिए 400-1200 रुपये होती है. इसे बनाने में सैकड़ों क्विंटल चंदन की लकड़ी …और पढ़ें

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गर्मियों

गर्मियों में बढ़ जाती चंदन के इत्र की डिमांड.

हाइलाइट्स

  • कन्नौज का चंदन का इत्र गर्मियों में ठंडक देता है.
  • 10 ग्राम चंदन इत्र की कीमत 400-1200 रुपये होती है.
  • चंदन इत्र बनाने में सैकड़ों क्विंटल लकड़ी लगती है.

Kannauj Famous Perfume: कन्नौज को इत्र नगरी यूं ही नहीं कहा जाता. यहां कई तरह के इत्र बनाए जाते हैं, लेकिन कुछ इत्र ऐसे हैं जो इस शहर की पहचान बन चुके हैं. ऐसा ही एक खास इत्र है- चंदन का इत्र, जिसे स्थानीय भाषा में संदल भी कहा जाता है.
यह इत्र बाकी इत्रों से काफी अलग होता है. इसकी तासीर ठंडी होती है, इसलिए गर्मियों में इसकी मांग काफी बढ़ जाती है. यही नहीं, इसे कई तरह के कॉस्मेटिक उत्पादों, पूजा-पाठ और अन्य इत्रों के बेस ऑयल के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है. यही वजह है कि इसे इत्र उद्योग का एक अहम हिस्सा माना जाता है.

कैसे बनता है चंदन का इत्र?
चंदन का इत्र बनाने के लिए सबसे पहले चंदन की लकड़ियों को छीला जाता है. फिर इन लकड़ियों को एक बड़े बॉयलर में पानी के साथ मिलाकर, मानक के अनुसार धीरे-धीरे डाला जाता है. इसके बाद इस मिश्रण को तेज आंच पर पकाया जाता है. जब भाप बनने लगती है, तो उसे एक मटके में इकट्ठा किया जाता है जहां बूंद-बूंद करके इत्र बनता है.
1 किलो चंदन का इत्र तैयार करने में करीब एक महीना लग जाता है और इसमें सैकड़ों क्विंटल चंदन की लकड़ी का इस्तेमाल होता है.

क्या होती है इसकी कीमत?
साधारण तौर पर चंदन के इत्र की कीमत 10 ग्राम के लिए 400 से 500 रुपये तक होती है. लेकिन अगर यह शुद्ध और प्राकृतिक (नेचुरल) चंदन से बना हो, तो इसकी कीमत 10 ग्राम के लिए 1200 रुपये तक पहुंच जाती है. इस तरह इसका दाम 1,20,000 रुपये प्रति किलो तक हो सकता है.

क्या कहते हैं इत्र व्यापारी?
इत्र व्यापारी शिवा त्रिवेदी बताते हैं कि कन्नौज के इत्र उद्योग में चंदन का इत्र बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इसे तैयार करने में कड़ी मेहनत लगती है और सैकड़ों क्विंटल लकड़ी की जरूरत होती है.
यह इत्र इतना शुद्ध होता है कि लोग इसे खाने में भी इस्तेमाल करते हैं- जैसे कि पानी के बताशों में मिलाकर. इसकी ठंडी तासीर के कारण इसे पेट की गर्मी कम करने के लिए भी उपयोग किया जाता है. साथ ही, यह कई इत्रों की खुशबू को और बेहतर बनाने में मदद करता है. महिलाओं के कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स में भी इसका खूब इस्तेमाल होता है.

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लाखों में बिकता है कन्नौज में बनने वाला ये इत्र, 1 महीने में होता है तैयार….

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