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गांव अटाली की वो हवेली, जिसमें 1967 में शूटिंग के दौरान रुके थे अभिनेता मनोज कुमार।

हरियाणा के फरीदाबाद में अटाली गांव से अभिनेता मनोज कुमार का गहरा नाता रहा है। साल 1967 में मनोज कुमार ने अपनी फिल्म उपकार के दो गानों की शूटिंग इसी गांव में की थी। मनोज कुमार के निधन की सूचना पर ग्रामीणों की आंखें भी नम हो गई, जिन ग्रामीणों ने उस समय

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लेकिन मनोज कुमार से जुड़ी बातें उनको आज भी वैसे ही याद है जैसे मानो कल की ही बात हो।

1967 में दो गाने की शूटिंग देशभक्ति से परिपूर्ण फिल्में बनाने के लिए प्रसिद्ध और इस कारण से भरत कुमार के उपनाम से भी विख्यात हुए मनोज कुमार का औद्योगिक जिले के अटाली गांव से गहरा संबंध रहा। 1967 में बनी फिल्म उपकार के दो गाने मेरे देश की धरती सोना उगले, उगले हीरे मोती और कसमें वादे प्यार वफा सब बातें हैं बातों का क्या, यह अटाली गांव के खेतों में फिल्माए गाए थे।

तब फिल्म की पूरी यूनिट, जिसमें अभिनेता और निर्देशक मनोज कुमार, महान अभिनेता प्राण, आशा पारेख, चरित्र अभिनेता सीएस दूबे, असित सेन, मनमोहन कृष्ण सहित अन्य कई कलाकारों ने कई दिनों तक अटाली में डेरा डाला था।

गांव अटाली प्रवेश द्वार।

आज भी मौजूद है हवेली का कुछ हिस्सा गांव अटाली में आज भी उस हवेली का कुछ हिस्सा मौजूद है। जहां पर उपकार फिल्म की पूरी यूनिट कई दिनों तक रुकी थी। हालांकि वह हिस्सा अब पूरी तरह के खंडहर हो चुका है और समय के साथ हवेली के छोटे छोटे हिस्से हो चुके हैं, जिसमें लगभग सभी ने नए मकान बना लिए है। लेकिन एक हिस्सा आज भी मौजूद है।

इसी हिस्से के एक कमरे में अभिनेता प्राण रहे थे और बाकी हिस्सों के अलग-अलग दूसरे अभिनेता व उनकी टीम के लोग रहते थे।

गांव का वो मंदिर जहां पर मनोज कुमार ने शूटिंग की थी।

मेरे देश की धरती का गाना ब्रिकभान के खेत में हुआ था शूट महेंद्र कपूर द्वारा गाए गीत, गुलशन कुमार मेहता द्वारा रचित गीत और कल्याणजी-आनंदजी के संगीत निर्देशन में तैयार हुए गीत मेरे देश की धरती, का शूट स्थानीय किसान शूट के खेत में हुआ और बैलों के गले में बंधे घुंघरू, रहट की आवाज, फसल काटते सहायक कलाकार सब आज भी उस समय शूटिंग देखने वाले स्थानीय ग्रामीणों शेर सिंह, पूर्व सरपंच प्रहलाद सिंह को याद है।

गढ़ी पर चढ़ कर अभिनेता प्राण ने सूर्य देव को पानी दिया महान शास्त्रीय गायक मन्ना डे की आवाज में अमर हुआ गीत कसमे वादे प्यार वफा सब…जो दादा साहब फाल्के अवॉर्ड से विभूषित प्राण साहब पर फिल्माया गया था, उसमें तब खेत में बना एक मंदिर भी नजर आता है, जिसके गुबंद पर ऊं और श्रीराम लिखा हुआ था, वह मंदिर आज भी खेतों में स्थित है।

हालांकि 58 वर्ष पूर्व जब मंदिर दिखाया गया था, जिसमें भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा नजर आती है, उस मंदिर को बाद में ग्रामीणों ने विस्तार दे दिया था। गांव में राजाओं की गढ़ी आज भी मौजूद है, इस गढ़ी पर चढ़ कर अभिनेता प्राण ने सूर्य देव को पानी दिया था।

अटाली गांव के पूर्व सरपंच प्रहलाद सिंह

मनोज कुमार को देखने कॉलेज छोड़कर गावं आए थे पूर्व सरपंच अटाली गांव के पूर्व सरपंच प्रहलाद सिंह ( करीब 81 साल) ने बताया कि साल 1967 में जब मनोज कुमार अपनी फिल्म के गानों के लिए गांव में शूटिंग करने आए थे। तो उस समय उनकी उम्र 19 साल थी। वो अपने दोस्तों के साथ कॉलेज छोड़कर गांव आए थे। उस समय वग पलवल के सनातन धर्म कॉलेज में बीए फाइनल में पढ़ रहा थे।

आज जिस तरह से फिल्म अभिनेता अपने प्रशंसकों से दूर भागते हैं, तब मनोज कुमार, आशा पारेख, प्राण आदि ने ऐसा नहीं किया था। यह सब सामान्य वेशभूषा में और बिना सुरक्षा के रहे थे। ग्रामीणों ने उन्हें पूरा सहयोग दिया था। रहट से पानी निकालते हुए वाला दृश्य ब्रिकभान के कुआं पर ही शूट किया गया था।

मनोज कुमार के जरिए हमारा अटाली गांव भी सदियों तक याद किया जाता रहेगा। दिवंगत अभिनेता को हम श्रदासुमन अर्पित करते हैं। उनके निधन से गांव के लोगों को बहुत दुख है।

जसवंत सिंह ने देखी थी शूटिंग गांव अटाली के रहने वाले जसवंत सिंह ने बताया कि उस समय उनकी उम्र करीब 9 साल थी। आज वो 67 साल के हो चुके है। लेकिन शूटिंग का वो समय आज भी उनको याद है। मनोज कुमार ने ग्रामीणों के साथ मिलकर गानों की शूटिंग की थी। जिस जगह से रहट चलाकर पानी निकाला गया था आज वहां पर मंदिर बन चुका है। मनोज कुमार की शूटिंग के किस्से आज भी वो अपने परिवार के छोटे बच्चों को सुनाते है।

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