अनुराग के साथ जौनपुर के ही एक अन्य युवक सुमित सिंह ने भी आईडी दी थी. लेकिन उस युवक की जगह अनुराग की मां निशा सिंघानिया होटल में रुकी हुई थी. दोनों यहां पर तीन दिन तक रुके हुए थे. बेंगलुरु पुलिस दोनों का पीछा करते हुए सर्विलांस की मदद से इस होटल तक आ पहुंची थी. बेंगलुरु पुलिस की टीम यहां डॉक्टर और नर्स बनकर रुकी थी. उन्होंने होटल कर्मियों से कहा था कि महाकुम्भ में किसी काम से वह प्रयागराज आए हैं. बेंगलुरु पुलिस टीम ने यहां रातभर रेकी भी की थी.
पुलिस टीम यहां फिल्मी अंदाज में आकर रुकी थी. यहां पर अतुल सुभाष मोदी सुसाइड केस के आरोपियों की पहचान पुख्ता होने के बाद पुलिस ने शनिवार 14 दिसंबर सुबह 10:45 पर दोनों की गिरफ्तारी की थी. बेंगलुरु पुलिस इसी समय इन्हें टैक्सी से दोनों को प्रयागराज से वाराणसी ले गई. वाराणसी से पुलिस और आरोपी फ्लाइट से बेंगलुरु चले गए थ. पुलिस टीम जब आरोपियों को अपने साथ ले जा रही थी तब भी होटल के लोगों को इनके पुलिस और आरोपी होने की भनक नहीं लगी थी. आज प्रयागराज की झूंसी थाना पुलिस ने जब होटल पहुंचकर पूछताछ की तब होटल वालों को इस हाई प्रोफाइल ड्रामे के बारे में जानकारी मिली.
न्यूज 18 की टीम उस होटल का पता लगाकर वहां तक पहुंच गई है जहां आरोपी और बेंगलुरु पुलिस रुकी हुई थी. आरोपियों को अपने साथ ले जाते वक्त बेंगलुरु पुलिस ने उन्हें अपना परिचित बताया था. होटल के रिकॉर्ड के मुताबिक बेंगलुरु पुलिस से मदर शिव अप्पा और विनीथा ए शनिवार 14 दिसंबर की सुबह 2.10 बजे होटल में आकर रुके थे. बेंगलुरु पुलिस ने होटल में कमरा नंबर 101 और 108 बुक किया था. जबकि होटल के कमरा नंबर 111 में अनुराग सिंघानिया और उसकी मां निशा सिंघानिया ठहरे थे.
CTET का एग्जाम दे रहा था युवक, दौड़ी-दौड़ी सेंटर पहुंची पुलिस, छात्र को देख दरोगा बोला- तुम तो…
बेंगलुरु पुलिस ने अनुराग सिंघानिया और निशा सिंघानिया को प्रयागराज से गिरफ्तार किया था. जबकि अतुल सुभाष मोदी की पत्नी निकिता सिंघानिया को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया था. बेंगलुरु पुलिस ने तीनों को बेंगलुरु कोर्ट में पेश किया था जहां से कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. इस मामले में अब सिर्फ एक आरोपी निकिता के चाचा सुशील सिंघानिया फरार हैं.
हालांकि हाई प्रोफाइल अतुल सुभाष मोदी सुसाइड केस में गिरफ्तारी से बचने के लिए निकिता सिंघानिया के साथ ही मां निशा सिंघानिया, भाई अनुराग सिंघानिया और चाचा सुशील सिंघानिया ने हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत अर्जी दाखिल कर रखी है. हालांकि निकिता, निशा और अनुराग सिंघानिया की गिरफ्तारी के बाद उनकी अर्जी औचित्यहीन हो गई है. ऐसे में हाईकोर्ट अब सिर्फ सुशील सिंघानिया की अर्जी पर सुनवाई कर सकती है. निशा सिंघानिया और अनुराग सिंघानिया प्रयागराज के झूंसी इलाके में स्थित जिस होटल रामेश्वरम इन से गिरफ्तार किए गए.
Tags: Prayagraj News, UP news
FIRST PUBLISHED : December 16, 2024, 18:35 IST
- व्हाट्स एप के माध्यम से हमारी खबरें प्राप्त करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
- टेलीग्राम के माध्यम से हमारी खबरें प्राप्त करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
- हमें फ़ेसबुक पर फॉलो करें।
- हमें ट्विटर पर फॉलो करें।
———-
🔸 स्थानीय सूचनाओं के लिए यहाँ क्लिक कर हमारा यह व्हाट्सएप चैनल जॉइन करें।
Disclaimer: This story is auto-aggregated by a computer program and has not been created or edited by Ghaziabad365 || मूल प्रकाशक ||