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IAS Story: आईएएस ऑफिसर की नौकरी (Sarkari Naukri) बहुत ही चुनौतीपूर्ण होती है. कोई काम करने से पहले उसकी हर बारीकियों को देखना होता है. अगर थोड़ा सा भी चूके तो सस्पेंशन तक की नौबत आ जाती है. यह नौकरी यूपीएससी सिविल सेवा की परीक्षा में अच्छी रैंक लाने के बाद मिलती है. इसके बावजूद कई लोगों अपने कामों की वजह से सुर्खियों में बने रहे हैं. ऐसे ही एक IAS Officer के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें सांप्रदायिक रंग देने वाले व्हाट्सएप ग्रुप बनाने के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया है. यह 2013 बैच के आईएएस ऑफिसर हैं. इनका नाम के. गोपालकृष्णन (IAS K. Gopalakrishnan) है.

IAS के. गोपालकृष्णन के जरिए सांप्रदायिक रंग देने वाले व्हाट्सएप ग्रुप बनाने के आरोप पर दायर शिकायत की फोरेंसिक जांच में उनके फोन पर किसी भी हैकिंग गतिविधि के सबूत नहीं मिले हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार फोरेंसिक रिपोर्ट के अनुसार व्हाट्सएप और गूगल ने पुष्टि की है कि 31 अक्टूबर तक उनके एप्लिकेशन में कोई असामान्य गतिविधि दर्ज नहीं की गई थी. हालांकि, जांच के दौरान यह सामने आया कि गोपालकृष्णन ने अपने फोन को बार-बार फ़ैक्टरी रीसेट किया, जिससे महत्वपूर्ण डेटा हटा दिया गया.

UPSC में हासिल की 90 रैंक
के. गोपालकृष्णन (IAS K. Gopalakrishnan) 2013 बैच के केरल कैडर के IAS ऑफिसर है. उन्होंने यूपीएससी सिविल सेवा की परीक्षा में 90 रैंक हासिल की थी. वह मूल रूप से तामिलनाडु के नमक्कल से के रहने वाले हैं. गोपालकृष्णन ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक और फाइनेंशियल मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री हासिल की है. उनके माता-पिता, कलियानन और सेल्वामणि, नमक्कल में किसान हैं. गोपालकृष्णन की पत्नी दीपा एक गृहिणी हैं, और उनके दो बच्चे, अथिरा और विशाखान हैं.

कई अहम पदों पर रहे 
IAS के. गोपालकृष्णन (IAS K. Gopalakrishnan) तिरुवनंतपुरम जिले के कलेक्टर से पहले सामान्य प्रशासन विभाग में उप सचिव के पद पर कार्यरत थे. उन्हें प्रशासनिक अनुभव व्यापक है. उन्होंने मलप्पुरम में असिस्टेंट कलेक्टर, कोझीकोड में सब कलेक्टर, जलानिधि के सीईओ और भूमि राजस्व अभिलेख निदेशक के रूप में कार्य किया है. इसके अलावा वे केंद्र सरकार के संचार और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग में सहायक सचिव के पद पर भी काम कर चुके हैं.

व्हाट्सएप ग्रुप को लेकर विवाद
हाल ही में, एक विवाद उस समय सामने आया जब 31 अक्टूबर को केरल कैडर के कुछ आईएएस अधिकारियों को एक नए व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया. इस ग्रुप में केवल हिंदू अधिकारियों को शामिल किया गया था, जिससे कई अधिकारियों ने इसकी धर्मनिरपेक्षता पर सवाल उठाए. इसे अधिकारियों के मूल्यों के खिलाफ मानते हुए अगले दिन यह ग्रुप हटा दिया गया.

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Tags: IAS Officer, UPSC

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