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नई दिल्ली. दिल्ली विधानसभा चुनाव की आहट सुनते ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक्शन में आ गए हैं. राहुल गांधी महाराष्ट्र और हरियाणा चुनाव की हार का गम दिल्ली जीत कर दूर करना चाहते हैं. हालांकि, राहुल गांधी के सामने एक ऐसा प्रतिद्वंदी है, जिसने बीते कुछ सालों में कई राज्यों में कांग्रेस की जमीन खिसका दी है. दिल्ली में भी बीते 10-11 सालों से उसने कांग्रेस की नींद उड़ा रखी है. ऐसे में दिल्ली विधानसभा चुनाव में राहुल गांधी के निशाने पर आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल आ गए हैं. इसकी थोड़ी बहुत झलक पिछले दिनों झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में देखने को मिली, जब राहुल गांधी ने केजरीवाल को मंच पर ज्यादा तवज्जो नहीं दी. इंडिया गठबंधन के नेताओं ने भी माना था कि दोनों नेताओं के बीच कुछ मुद्दों पर दूरियां हैं. ऐसे में अब इसकी असली वजह सामने आ गई है.

बीते 28 नवंबर को भी दोनों नेताओं का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा कि राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल ने हाथ नहीं मिलाया. राहुल गांधी केजरीवाल को दरकिनार कर आगे बढ़ जाते हैं. हालांकि, बाद में यह खबर गलत झूठ निकली. लेकिन, खबर झूठी निकलने के बाद भी दोनों नेताओं में रांची में ज्यादा बात नहीं हुई. दोनों नेताओं के बॉडी लैग्वेंज भी बता रहे थे कि कुछ न कुछ बातों को लेकर दनों में कुछ विरोधाभास है. हालांकि, इसी साल दोनों ने दिल्ली में लोकसभा का चुनाव साथ-साथ लड़ा था. शायद लोकसभा चुनाव के परिणाम भी दोनों में अलगाव की बड़ी वजह हो सकते हैं. लेकिन, कहा जा रहा है कि हरियाणा चुनाव में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी में जो गठबंधन नहीं हुआ, उसके पीछे कहीं न कहीं राहुल गांधी थे.

दिल्ली में राहुल वर्सेज केजरीवाल
ऐसे में अब दिल्ली विधानसभा चुनाव में पार्टी की संभावनाओं को पुख्ता करने के लिए राहुल गांधी दिल्ली की सड़कों पर उतरने वाले हैं. दरअसल, दिल्ली कांग्रेस ने न्याय यात्रा निकाल रखी है. दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष देवेंद्र यादव के नेतृत्व में यह न्याय यात्रा अबतक 50 विधानसभा सीटों में पहुंच चुकी है. कांग्रेस न्याय यात्रा के जरिए अरविंद केजरीवाल पर जोरदार हमला बोल रही है. ऐसे में इस न्याय यात्रा के अगले चरण में पांच दिन राहुल गांधी समेत पार्टी के तमाम राष्ट्रीय नेता दिल्ली की सड़कों पर खाक छानेंगे. इस दौरान दिल्ली की ‘आप’ सरकार के साथ-साथ केंद्र सरकार पर भी निशाना साधेगी.

अगले सप्ताह चुनाव आयोग जारी कर सकता है नोटिफिकेशन
इलेक्शन कमीशन अगले कुछ दिनों में दिल्ली विधानसभा चुनाव का नोटफिकेशन जारी कर सकती है. दिल्ली विधानसभा का चुनाव अगले साल जनवरी या फरवरी महीने में हो सकता है. ऐसे में आम आदमी पार्टी की तैयारियों के बीच कांग्रेस में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है. इसलिए राहुल गांधी को दिल्ली में उतारने की तैयारी शुरू हो गई है. आपको बता दें कि दिल्ली में बीते 11 सालों से आम आदमी पार्टी का शासन चल रहा है. बीते दो विधानसभा चुनावों में कांग्रेस का खाता भी खुल नहीं सका है.

दिल्ली विधानसभा चुनाव को देखते हुए की बीजेपी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी तीनों एक-दूसरे पर निशाना साध रही है. जहां आम आदमी पार्टी दिल्ली में 6 फ्री की रेवड़ियों पर चर्चा कर रही है. तो वहीं, बीजेपी 5 सितंबर से दिल्ली में घर-घर घूमकर संकल्प पत्र को लकेर लोगों से राय ले रही है. वहीं, कांग्रेस पार्टी अपनी न्याय यात्रा के दौरान पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल और बीजेपी पर जमकर निशाना साध रही है. कांग्रेस दिल्ली में पारदर्शी प्रशासन, भ्रष्टाचार मुक्त वातावरण, स्वराज और जन लोकपाल जैसी जनता के समक्ष लाना चाहती है.

Tags: AAP Politics, Arvind kejriwal, Delhi Politics, Rahul gandhi

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