गुजरात के हिम्मतनगर में बीजेड ग्रुप का ऑफिस।
गुजरात और राजस्थान में करीब 6 हजार करोड़ रुपए का घोटाला कर रफूचक्कर हुई गुजरात की ‘बीजेड फाइनेंस कंपनी’ का सीईओ भूपेंद्र सिंह झाला फरार है। गुजरात और राजस्थान के उसके सभी ऑफिसों में ताला लटका है। अब सीआईडी क्राइम ब्रांच की जांच में कंपनी के धोखे का श
इनमें सेवानिवृत्त अधिकारी/कर्मचारी और बिजनेसमैन ही नहीं, बल्कि देश के जाने-माने क्रिकेटर्स के नाम भी शामिल हैं। सीआईडी क्राइम ने जब निवेशकों की सूची की जांच की तो उसमें क्रिकेटर शुभमन गिल, राहुल तेवतिया, मोहित शर्मा समेत पांच क्रिकेटरों के नाम भी मिले हैं।
क्रिकेटर्स ने भी दस लाख से एक करोड़ तक का निवेश किया था इन क्रिकेटर्स ने भी पैसे डबल करने के लिए कंपनी में दस लाख से एक करोड़ रुपए तक का निवेश किया था। इस बारे में जब सीआईडी के प्रमुख डॉ. एस राजकुमार पंड्या से पूछा गया तो उन्होंने जवाब देने से इनकार कर दिया। हालांकि, नाम न बताने की शर्त पर सीआईडी क्राइम के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने इन पांच क्रिकेटरों के नाम की पुष्टि करते हुए कहा कि इनके साथ भी धोखा हुआ है।
बी जेड फायनांशियल सर्विस और बी जेड ग्रुप का सीईओ भूपेंद्र सिंह झाला।
करीब 14000 पीड़ित : अब सामने आएंगे पुलिस का कहना है कि बीजेड ग्रुप के लिए नवंबर महीने का ब्याज चुकाने का समय आ गया है। हालांकि, कंपनी के संचालक फरार हैं और सभी ऑफिसेज भी बंद हैं तो यह तय है कि निवेशों को इस महीने का ब्याज नहीं मिलेगा। इसलिए बड़ी संख्या में लोग सामने आएंगे। अब तक पुलिस को अलग-अलग जगहों से निवेशकों का जो ब्योरा मिला है, उसके मुताबिक देशभर से 14 हजार लोगों ने भूपेन्द्र सिंह झाला की बीजेड फाइनेंस कंपनी में निवेश किया है।
छापे से पहले ही पासपोर्ट लेकर फरार हो गया था झाला सूत्रों का कहना है कि छापेमारी से पहले ही भूपेन्द्र सिंह अपना पासपोर्ट लेकर फरार हो गया था। सीआईडी प्रमुख ने आरोपी के फरार होने की बात पर अधिकारियों को फटकार भी लगाई गई थी। बीजेड ग्रुप घोटाले की जांच कर रहे एक आईपीएस ने बताया कि भूपेन्द्रसिंह पासपोर्ट लेकर भले ही फरार हो गया हो, लेकिन उसने भारत नहीं छोड़ा है। हमने देश के सभी इंटरनेशनल हवाई अड्डों से डिटेल मांगी है, लेकिन उसके देश छोड़ने की रिपोर्ट नहीं मिली है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
भूपेंद्र सिंह झाला के गैरिज में महंगी कारों का काफिला।
3% से 30% तक के ब्याज का लालच देती थी भूपेंद्र की कंपनी
सीआईडी की जांच में पता चला है कि कंपनी लोगों को 3% से 30% तक का मासिक ब्याज देने का वादा करती थी और 5 लाख रुपए का निवेश करने पर टीवी या मोबाइल गिफ्ट में देती थी। वहीं, 10 लाख रुपए के निवेश पर गोवा ट्रिप का भी ऑफर देती थी।
प्रारंभिक जांच में दो बैंक अकाउंट्स में 175 करोड़ रुपए के लेनदेन की जानकारी सामने आई है। सीआईडी क्राइम के अधिकारियों का कहना है कि कुछ समय पहले हमें एक गुमनाम आवेदन मिला था। बीजेड फाइनेंशियल सर्विसेज और बीजेड ग्रुप के सीईओ भूपेन्द्रसिंह परबतसिंह झाला ने गुजरात के अलावा राजस्थान में भी ऑफिस खोले थे।
हिम्मतनगर में भूपेंद्र झाला की कंपनी का ऑफिस।
नामांकन के दौरान किया था शक्ति प्रदर्शन भूपेंद्र सिंह पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान चर्चा में आया था। भाजपा का टिकट नहीं मिलने पर उसने साबरकांठा लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पर्चा भरा था। हालांकि, एन वक्त पर अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली थी। नेता बनने के लिए भूपेंद्र पिछले काफी समय से सामाजिक कार्यों में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहा था। गरीब लोगों की मदद के लिए मंदिर में जमकर दान भी देता था।
इतना ही नहीं, उसने गरीबों के लिए छोटे घर बनवाने भी शुरू कर दिए थे। इस तरह स्थानीय स्तर पर उनका वर्चस्व बढ़ता जा रहा था। स्थानीय स्तर पर मिले समर्थन के चलते उसने निर्दलीय कैंडिडेट के रूप में पर्चा भरा था। पर्चा दाखिल करने जाते समय शक्ति प्रदर्शन भी किया था। रैली में भारी संख्या में लोग शामिल हुए थे। भूपेंद्र की प्रसिद्धि देखकर बीजेपी और कांग्रेस के उम्मीदवारों को भी हारने का डर सताने लगा था।
राजस्थान के डुंगरपुर का बंद पड़ा ऑफिस।
भूपेंद्र के अलग-अलग बैंकों में 9 अकाउंट अप्रैल 2024 में दायर हलफनामे के अनुसार, झालानगर स्थित एक आलीशान बंगले में रहने वाले भूपेंद्र सिंह झाला के परिवार में पिता परबत सिंह और मां मधुबेन हैं। आलीशान बंगले के बाहर आलीशान कारें खड़ी नजर आ रही हैं। जांच में पता चला है कि दो साल में 10 एकड़ जमीन खरीदने वाले आरोपी भूपेंद्र के अलग-अलग बैंकों में 9 अकाउंट हैं। जबकि पिता परबतसिंह के नाम पर 3 बैंक खाते हैं। लेकिन मां के नाम पर कोई बैंक खाता नहीं है।
हलफनामे में दी गई जानकारी के मुताबिक भूपेंद्र ने अपने नाम से शेयर बाजार या म्यूचुअल फंड में कोई निवेश नहीं किया है। पिता के नाम पर एक आर्टिंगा और एक स्कॉर्पियो कार है। आरोपी ने बताया कि उसके पास सिर्फ 47 ग्राम सोना है, पिता के पास 40 ग्राम और मां के पास 25 ग्राम सोना है। हालांकि, हलफनामें में भूपेंद्र ने जानकारी दी है कि 2021 से 2023 तक हिम्मतनगर और मोडासा के महादेवपुरा, गामड़ी, अदपोदरा, साजापुर और साकरिया गांवों में उसने 10 एकड़ जमीन खरीदी है।
हिम्मतनगर का ऑफिस जो छापेमारी के बाद से ही बंद है।
सरकारी कर्मचारियों को निशाना बनाते थे एजेंट्स सीआईडी के एडीजीपी राजकुमार पांडियन ने बताया कि भूपेंद्र की कंपनी के एजेंट्स को खासतौर पर रिटायर्ड सरकारी कर्मचारियों को निशाना बनाने के लिए ट्रेंड किया गया था। शुरुआत में निवेश पर अच्छा रिटर्न देकर लोगों का विश्वास जीता जाता था और फिर बाद में उनकी बड़ी रकम हड़प ली जाती थी। इतना ही नहीं, एजेंट्स को सैलरी के अलावा 5% से 25% तक कमीशन भी दिया जाता था।
दुबई और गिफ्ट सिटी में ऑफिस खोलने की थी योजना डीवायएसपी अश्विन पटेल ने बताया कि सीआईडी ने इस मामले में गांधीनगर से लेकर वडोदरा तक सात स्थानों पर छापेमारी की है। इस दौरान करीब 20 लाख रुपए, 338 फॉर्म, सर्टिफिकेट, एग्रीमेंट, चेकबुक, लैपटॉप और मोबाइल भी बरामद किए गए हैं। कंपनी कैश और चेक दोनों तरीकों से पैसे जमा करवाती थी।
उन्होंने आगे बताया कि फंड की कमाई का सबसे बड़ा हिस्सा क्रिप्टोकरेंसी से आया है। भूपेंद्र सिंह झाला का कारोबार इतना फल-फूल चुका था कि उसने कुछ समय पहले ही गुजरात के आणंद में भी एक ब्रांच खोली थी और अब वह दुबई और गांधीनगर की गिफ्ट सिटी में नया ऑफिस खोलने की तैयारी कर रहा था।
मुंबई के एक कार्यक्रम में बॉलिवुड एक्टर सुनील सूद के साथ भूपेंद्र झाला।
सोनू सूद ने सम्मानित किया था मुंबई में आयोजित बीआईएए बॉलीवुड अवॉर्ड्स कार्यक्रम में बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद ने बीजेड ग्रुप के सीईओ भूपेन्द्र सिंह झाला को पुरस्कार देकर सम्मानित किया था। इस दौरान झाला ने भी सोनू सूद को हस्तनिर्मित कलाकृति गिफ्ट की थी।
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