गाजियाबाद. बीते 29 नवंबर को गाजियाबाद के परिवार से राजू बनकर मिलने वाले युवक का मामला अभी तक पुलिस सुलझा नहीं पाई है. शख्स कभी देहरादून के परिवार से उनका बिछड़ा हुआ बेटा सोनू बनकर मिलता है तो कभी गाजियाबाद के परिवार से उनका बिछड़ा हुआ बेटा राजू बनकर मिलता है. दोनों ही परिवार इस कश्मकश में है कि आखिरकार यह राजू है या सोनू? वहीं दूसरी ओर दोनों परिवारों को अपना परिवार बताने वाले तथाकथित राजू को बीते पांच दिनों से पुलिस ने हिरासत में लिया हुआ है. लगातार उससे पूछताछ भी की जा रही है. सूत्रों की मानें तो सख्ती से पूछताछ करने के दौरान एक शातिर अपराधी की तरह राजू मिर्गी के दौरे पड़ने का बहाना करते हुए बेहोश हो जाता है जिस कारण तफ्तीश अधूरी सी रह जाती है.
5 दिन पहले खुद से खोड़ा थाने पहुंचा था राजू
5 दिन पहले 29 नवंबर को राजू खुद खोड़ा थाने में पहुंचा था. उसने पुलिस को बताया कि वह गाजियाबाद का रहने वाला है. उसने पुलिस को एक कहानी भी सुनाई और बताया कि 31 साल पहले स्कूल से घर लौटते समय कुछ ऑटो सवार लोगों ने उसे किडनैप कर लिया था.इसके बाद राजस्थान के जैसलमेर इलाके में ले जाया गया. भेड़-बकरी चराने का काम कराया जाता था. मारपीट की जाती थी.
पुलिस ने 31 साल पहले दर्ज हुए बच्चे की गुमशुदगी और अपहरण के मामले को खंगाला. साहिबाबाद थाने में दर्ज हुई एफआईआर के आधार पर एक रिटायर्ड बिजली कर्मचारी तुलाराम के परिजनों संपर्क किया.तुलाराम और परिजनों ने कहा कि शक्त्ल, बाजू के निशान से तो हमें यह राजू ही लगता है. कहानी में नया मोड़ रविवार को आया. दरअसल, गाजियाबाद पुलिस को सूचना मिली है कि वापस लौट कर आया युवक राजू बीते कुछ माह पूर्व इसी तर्ज पर देहरादून में रहने वाले एक परिवार के साथ उनका खोया बेटा बनकर रह चुका है.
राजू ने बताया, ‘मेरा नाम राजू है. नोएडा-गाजियाबाद का मैं रहने वाला हूं. आज से 18-19 साल पहले मेरा अपहरण हुआ था. मेरे परिवार में मम्मी-पापा और चार बहनें हैं. एकलौता भाई हूं मैं. पापा की जमीन है. खुद का घर है. जब मेरा अपहरण हुआ तब मैं 10-11 साल का था. मैं कहां रहता था, इसका आइडिया नहीं है. पहले यहां जंगल था.’
इन बिंदुओं पर जांच कर रही पुलिस
पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही है कि दोनों ही परिवार को तथाकथित राजू ने राजस्थान की कहानी बताई थी तो कहीं तथाकथित राजू का राजस्थान से कोई नाता तो नहीं. दूसरी ओर पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही है कि कहीं तथाकथित राजू कोई शातिर अपराधी तो नहीं जो अपनी पहचान छुपा कर इस तरीके के परिवारों को अपना शिकार बनाता है और उनके इमोशन के साथ खेलते हुए अपनी असल पहचान छुपाना चाहता है. इन तमाम बिंदु पर पुलिस जांच कर रही है. पुलिस तफ्तीश के बाद ही यह पता चल पाएगा कि आखिरकार यह व्यक्ति जो कभी खुद को राजू बताता है तो कभी सोनू असल में है कौन?
Tags: Bizarre news, Ghaziabad News, Shocking news, UP news
FIRST PUBLISHED : December 3, 2024, 17:51 IST
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