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-संयुक्त आबकारी आयुक्त ने आबकारी निरीक्षकों के साथ की बैठक
-आबकारी विभाग के राजस्व को बढ़ाने के लिए करनी होगी प्रभावी कार्रवाई
-आबकारी निरीक्षकों की कार्रवाई की संयुक्त आबकारी आयुक्त ने की प्रशंसा
-ओवर रेटिंग करने वाले विक्रेताओं पर कार्रवाई में न बरतें ढिलाई

उदय भूमि
गौतमबुद्ध नगर। जिले में अवैध शराब के अड्डों को पूरी तरह समाप्त करने के लिए कार्ययोजना तैयार करें। आबकारी निरीक्षक लगातार छापेमारी करें और शराब बेचने वालों पर सख्त कार्रवाई करें। जब तक अवैध शराब के नेटवर्क को पूरी तरह ध्वस्त नहीं किया जा सकता, तब तक राजस्व में बढ़ोतरी की परिकल्पना करना भी बेकार है। राजस्व में बढ़ोतरी तभी संभव है, जब अवैध शराब के अड्डों को पूरी तरह से समाप्त किया जा सकें। यह बातें शुक्रवार को संयुक्त आबकारी आयुक्त मेरठ सुनील कुमार मिश्रा ने जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव की मौजूदगी में जिला आबकारी अधिकारी कार्यालय में हुई आबकारी निरीक्षकों के साथ बैठक में कहीं। उन्होंने कहा कि जिस क्षेत्र में अवैध शराब की बिक्री, परिवहन होता पाया गया तो, उसके लिए संबंधित आबकारी निरीक्षक को जिम्मेदार मानते हुए कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। इन दिनों अवैध शराब के खिलाफ चल रहे अभियान की समीक्षा करते हुए कार्रवाई पर संयुक्त आबकारी आयुक्त ने संतोष व्यक्त किया।

जिला आबकारी अधिकारी से अब तक की गई कार्रवाई की विस्तृत जानकारी ली। जिसमें बताया गया कि प्रतिदिन टीमें बनाकर दबिश दी जा रही है और अवैध शराब बनाने वालों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। वहीं प्रतिदिन आबकारी विभाग की टीमें राजस्व बढोत्तरी के लिए भी बेहतर प्रदर्शन कर रही है। 1 से 28 नवंबर तक विभाग को जिले में करीब 155 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ है, जो कि पिछले वर्ष नवंबर माह के 12 प्रतिशत अधिक है। संयुक्त आबकारी आयुक्त सुनील कुमार मिश्रा ने आबकारी टीम की तारीफ करते हुए कहा कि आबकारी विभाग के राजस्व को बढ़ाने के साथ-साथ अवैध शराब के खिलाफ जागरूकता अभियान में भी तेजी लाए। लोगों में अवैध शराब के विरुद्ध जितनी जागरुकता आएगी, उतना अवैध शराब के अड्डे खत्म होंगे।

कहा कि जरूरी है कि अवैध शराब का धंधा पूरी तरह से बंद कराया जाए। जो लोग इस धंधे में लिप्त हैं उन्हें जागरूक करते हुए नए रोजगार से जोड़ा जाए। नकली शराब पर पूरी तरह से रोक लगाएं। ऐसे लोग अगर न समझें तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी की जाए, लेकिन किसी भी कीमत पर यह अड्डे समाप्त कराए जाएं। इसके लिए जिले के सभी आबकारी निरीक्षक जिम्मेदारी लें और अपने क्षेत्र में जुट जाएं उन्होंने कहा कि प्रतिदिन दुकानों का भी निरीक्षण करें वहां मिलावटी और नकली शराब की बिक्री पर पूरी तरह से रोक लगाएं। गौतमबुद्ध नगर दिल्ली व हरियाणा से सटा हुआ संवेदनशील क्षेत्र है। बाहरी राज्यों में तस्करी होने के साथ-साथ जिले में भी शराब तस्करी की आशंका ज्यादा रहती है।

इसलिए गौतमबुद्ध नगर की सीमा से सटे दिल्ली-हरियाणा के सभी मार्ग पर 24 घंटे निगरानी बरती जाए। शासन द्वारा निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने के साथ-साथ और अधिक राजस्व प्राप्ति पर आबकारी निरीक्षक विशेष ध्यान दें। विभिन्न श्रोतों से होने वाली आय पर काम करने की जरूरत है। शराब तस्करी रुकने पर ही राजस्व में बढ़ोतरी होगी, साथ ही शराब की दुकानों पर होने वाली ओवर रेटिंग की शिकायतों पर गंभीरता दिखाते हुए अधिकारी काम करें। ओवर रेटिंग के मामले में लिप्त शराब विक्रेताओं पर कार्रवाई करने में कोई भी कोताही न बरतें। नियमित रूप से दुकानों की चेकिंग व विशेष रूप से ओवर रेटिंग के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति का सख्ती से पालन करते हुए गोपनीय टेस्ट परचेज करते रहे। दुकानों पर लगे सीसीटीवी कैमरों के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने और उत्कृष्ट प्रवर्तन कार्य करने के निर्देश दिए गए। बैठक में आबकारी निरीक्षक गौरव चन्द, आशीष पाण्डेय, डॉ. शिखा ठाकुर, अभिनव शाही, चन्द्रशेखर सिंह, रवि जायसवाल, नामवर सिंह समेत आदि निरीक्षक व अनुज्ञापी मौजूद रहें।

संयुक्त आबकारी अधिकारी ने आबकारी निरीक्षकों को दिए टिप्स
1-सभी आबकारी निरीक्षकों को अधिकतम राजस्व प्राप्त करने के लिए कार्रवाई में तेजी लानी होगी। कार्रवाई में तेजी आने से ही अवैध शराब का नेटवर्क टूटेगा। इसके लिए सभी आबकारी निरीक्षक आपसी समन्वय स्थापित कर एक दुसरे की कार्रवाई में सहयोग करें।
2-जनपद के थोक अनुज्ञापनो व बीआईओ अनुज्ञापनो के निरीक्षकों को अधिकाधिक मात्रा में इंडेंट लगाने के लिए निर्देशित किया।
3-प्रभावी प्रवर्तन कार्य करने के लिए सभी आबकारी निरीक्षकों को निर्देशित किया और हरियाणा राज्य के बॉर्डर से लगने वाले क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरतने के लिए निर्देशित किया। गौतमबुद्ध नगर हरियाणा की सीमा से सटा होने के कारण बड़े कम छोटे तस्कर ज्यादा सक्रिय रहते है। इसके लिए चेकिंग की कार्रवाई में तेजी लाई जाए।
4– पॉश मशीन से 100 प्रतिशत बिक्री सुनिश्चित कराने के लिए आबकारी निरीक्षक को निर्देश दिए। सभी आबकारी निरीक्षक को दुकानों पर लगातार मॉनिटिरिंग करने और गुप्त रुप से टेस्ट परचेजिंग कराने के निर्देश दिए। शराब पर ओवर रेटिंग रोकने के लिए अधिक से अधिक ऑनलाइन पेमेंट को बढ़ावा दिया जाए।
5-आईजीआरएस के प्रकरणों में या किसी भी माध्यम से प्राप्त शिकायतों में नियमानुसार शिकायतकर्ता से बात करें और जांच मेंं स्वतंत्र व्यक्तियों को शामिल करते हुए जांच की जाए। जिससे शिकायत के निस्तारण में पारदर्शिता बनी रहे। शिकायत के निस्तारण में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतें।

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