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नई दिल्ली. फॉर्म इस टेंपररी क्लास इज परमानेंट वाली कहावत किसी पर सबसे ज्यादा फिट बैठती है तो वो हैं किंग कोहली. बल्लेबाजी में परफेक्शन, शॉट्स में एग्रेशन, सही बॉल सेलेक्शन के साथ थोड़ा सा किस्मत कनेक्शन हो तो कोहली जैसे बल्लेबाज विराट अवतार में आ जाते है . पर्थ के मैदान चीकू चैंपियन की तरह खेला, बैट बोला और सबको खामोश कर गया. पहली पारी में जब विराट सस्ते में निपटे तो लगा कि जिस मैदान से विराट का कनेक्शन है वहां रन नहीं आया तो टीम की टेंशन बढ़ जाएगी.

पर दूसरी पारी में विराट  कुछ अलग सोच लेकर मैदान पर उतरे . के एल राहुल और यशस्वी जायसवाल मजबूत नींव रख चुके था उस पर बुलंद इमारत बनाने का काम विराट को करना था. यानि महफिल सज चुकी थी बस छा जाने का काम विराट को करना था .कोहली ऐसे में कहां चूकने वाले थे. खराब फॉर्म को ताक पर रख कर बल्लेबाजी करने आए विराट के बैट से निकला हर शॉट मानो ये कह रहा हो कि उनको पर्थ से प्यार है और यहां रन बनाने में उनको मजा आता है.

चीकू की चैंपियन पारी 

विराट जब बल्लेबाजी करने आए तो स्कोर बोर्ड पर 275 रन लग चुके थे. दूसरी नई गेंद से भी ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज कुछ खास असर नहीं डाल पा रहे थे. यानि विराट के पास अपने क्लास को दिखाने के लिए मंच पूरी तरह तैयार था . आउट आफ फॉर्म विराट जानते थे कि इससे बेहतर मौका उनको नहीं मिलेगा. कोहली के बैट से पहला चौका स्ट्रेट ड्राइव से आया जो इस बात के संकेत दे गया कि इंतजार की घड़िया खत्म होने वाली है .

पुराने कोहली का विराट रुप 

2018 में विराट ने जब शतक लगाया और 2024 में खेली गई इस पारी का विशलेषण करेंगे तो एक बात आपको साफ नजर आएगी कि विराट ने अपने फुटवर्क और आफ स्टंप के बाहर की गेंदो के लिए खास रणनीति जो 2018 में  बनाई थी उसी को इस पारी में अमली जामा पहनता नजर आए. विराट का ट्रिगर मूवमेंट क्रीज पर बेहद शानदार था इसी वजह से वो विकेट की गेंदों को लेग साइड पर खेल कर रन बनाते नजर आए. लायन के खिलाफ भी विराट स्वीप शॉट्स का बेहतरीन इस्तेमाल किया जिसकी वजह से असमतल उछाल वाली पिच पर भी विराट पर नेथन लायन कोई दबाव नहीं बना पाए.

विराट को पर्थ से प्यार है 

ऑस्ट्रेलिया दौरे पर विराट ने पर्थ में तीन टेस्ट खेले है और तीनों ही टेस्ट में कोहली  ने शानदार पारियां खेली है . 2012 में पहली बार विराट ने पर्थ में पहली बार टेस्ट खेला और दोनों पारियों में अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में तब्दील नही कर पाए . 2018 में बतौर कप्तान विराट जब पर्थ पहुंचे तो उन्होंने खे दी 123 रनों की शानदार पारी. विराट अपनी इस पारी को टेस्ट काी सबसे बेहतरीन पारियों में शुमार करते है. साल 2024 में जब विराट के खराब फॉर्म को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा थी तो विराट ने ये बता दिया कि उनको किंग कोहली क्यों कहा जाता है .

Tags: Border Gavaskar Trophy, India vs Australia, KL Rahul, Pat cummins, Virat Kohli, Yashasvi Jaiswal

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