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– फोटो : Freepik.com
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नोएडा और ग्रेनो के बिल्डर प्रोजेक्टों पर भी वायु प्रदूषण का असर पड़ रहा है। ग्रेडेड रेस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) के स्टेज-4 लागू होने की वजह से 100 से अधिक प्रोजेक्ट में निर्माण कार्य बंद हैं। काम शुरू होता नहीं देख श्रमिक लौटने लगे हैं।
बिल्डरों का दावा किया है कि अगर 15 दिन निर्माण कार्य बंद रहा तो प्रोजेक्ट पूरा करने में दो माह की देरी होगी। इसका नुकसान करीब एक लाख खरीदारों को झेलना पड़ेगा। वहीं क्रेडाई एनसीआर ने वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग को पत्र लिखकर धूल रहित निर्माण कार्य करने की अनुमति मांगी है।
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने ग्रैप का चौथ चरण लागू कर दिया है। इससे रियल एस्टेट सेक्टर काफी प्रभावित हुआ है। बिल्डर नियमों पर स्थिति स्पष्ट नहीं होने का दावा कर रहे हैं। आरोप है कि आयोग के आदेश में शटरिंग व अन्य प्रदूषित रहित कार्य पर रोक नहीं है, लेकिन प्राधिकरण और यूपीपीसीबी की टीम कार्रवाई के दौरान सभी तरह के कार्य को बंद करा रही है। उनको नियमों की पूरी जानकारी नहीं है।
स संबंध में क्रेडाई एनसीआर ने आयोग को पत्र लिखकर नियम स्पष्ट करने की मांग की हैं। क्रेडाई एनसीआर के संयुक्त सचिव निखिल हवेलिया का कहना है कि बिल्डर प्रोजेक्टों में ऐसे निर्माण की छूट दी जाए। जिससे मिट्टी या धूल नहीं उड़ती। वहीं बुधवार को नोएडा और ग्रेनो का एक्यूआई 304 दर्ज हुआ।
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