दिल्ली में बढ़ा वायु प्रदूषण
– फोटो : PTI
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हवाओं के दमघोंटू होने और दिल्ली में औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 424 पहुंचने के साथ केंद्रीय वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस सिस्टम (ग्रेप)-3 की पाबंदियां लागू कर दी हैं। ये बंदिशें शुक्रवार सुबह आठ बजे से प्रभावी हो जाएंगी। इसके तहत निर्माण व विध्वंस कार्य पर पाबंदी रहेगी। आयोग की सलाह पर दिल्ली में मुख्यमंत्री आतिशी ने प्राथमिक स्कूल की कक्षाएं ऑनलाइन मोड में चलाने का निर्देश दिया। कक्षा-5 तक के सभी स्कूल बंद कर दिए गए हैं।
अंतरराज्यीय बसों, इलेक्ट्रिक व सीएनजी वाहनों और बीएस-6 डीजल बसों को छोड़कर दिल्ली में अन्य बसों के प्रवेश को प्रतिबंधित कर दिया गया है। बीएस-3 और बीएस-4 वाहनों पर प्रतिबंध से करीब पांच लाख गाड़ियों के पहिये थम जाएंगे। वहीं, बढ़ते प्रदूषण के कारण स्कूल सभी बच्चों के लिए ऑनलाइन कक्षाएं शुरू करने पर विचार कर रहे हैं, ताकि पढ़ाई का नुकसान न होे। पिछले साल भी प्रदूषण के चलते स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया था। स्कूलों ने पहले ही सभी तरह की बाहरी गतिविधियों को बंद कर दिया था। प्रार्थना कक्षाओं में हो रही है और खेल गतिविधियां भी बंद हैं। स्कूल दिवाली से पहले ही बच्चों व अभिभावकों को एडवायजरी जारी कर मास्क लगाकर आने की सलाह दे चुके हैं।
प्रदूषण में दुनिया में दूसरे नंबर पर दिल्ली : वायु प्रदूषण के मामले में दिल्ली पूरे विश्व में दूसरे नंबर पर रहा। पाकिस्तान का शहर लाहौर पहले स्थान पर है। वहीं, चंडीगढ़ में एक्यूआई 412, गाजियाबाद में 356, हापुड़ में 348 और नोएडा में 347 रहा।
दिल्ली मेट्रो ने बढ़ा दिए 20 फेरे
ग्रेप-3 की बंदिशें लागू होने के साथ दिल्ली मेट्रो ने सभी लाइनों पर बीस फेरे बढ़ा दिए हैं। दिल्ली मेट्रो अब 60 अतिरिक्त फेरे लगाएगी। भीड़ बढ़ने की स्थिति में अतिरिक्त सुरक्षा कर्मी तैनात होंगे। मुसाफिरों को पीक आवर्स में होने वाली भीड़ से थोड़ी सहूलियत मिल जाएगी।
निर्माण व ध्वस्तीकरण समेत इन कार्यों पर पाबंदी
- धूल पैदा करने व वायु प्रदूषण फैलाने वाली निर्माण व ध्वस्तीकरण गतिविधियां
- बोरिंग-ड्रिलिंग, खुदाई-भराई के लिए मिट्टी का काम, पाइलिंग व सभी विध्वंस कार्य
- ओपन ट्रेंच सिस्टम द्वारा सीवर व पानी की लाइन, ड्रेनेज व इलेक्ट्रिक केबलिंग
- सड़क निर्माण, मरम्मत व ईंट/चिनाई कार्य
- प्रमुख वेल्डिंग, गैस-कटिंग कार्य। हालांकि मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल व प्लंबिंग (एमईपी) के लिए छोटी वेल्डिंग गतिविधियों की अनुमति
- परियोजना स्थलों के भीतर व बाहर सीमेंट, फ्लाई-ऐश, ईंट, रेत, पत्थर जैसी धूल वाली सामग्रियों का स्थानांतरण, लोडिंग/अनलोडिंग
- निर्माण सामग्री व विध्वंस अपशिष्ट के वाहन
अंतरराज्यीय बसों को दिल्ली में प्रवेश नहीं : बीएस-3 स्टैंडर्ड या इससे नीचे के मध्यम श्रेणी के सामान ढोने वाले वाहन अब दिल्ली में नहीं चल सकेंगे। बीएस-3 और इससे नीचे के मीडियम गुड्स करियर जो दिल्ली के बाहर रजिस्टर्ड हैं, उन्हें दिल्ली में नहीं आने दिया जाएगा। जरूरी सामान से जुड़े वाहनों इसमें शामिल नहीं हैं। एनसीआर से आने वाली इंटरस्टेट बसों को दिल्ली में नहीं आने दिया जाएगा।
उड़ानों में देरी
धुंध के कारण दिल्ली से उड़ानों के आवागमन पर भी बृहस्पतिवार को असर पड़ा। फ्लाइटरडार24 के डाटा के अनुसार प्रस्थान वाली 88 फीसदी, जबकि आगमन वाली 54 फीसदी उड़ानें देर से संचालित हुईं। दिल्ली-एनसीआर में छाई धुंध ने अब पंजाब और यूपी में भी पांव पसार लिया है। बृहस्पतिवार को आगरा का ताजमहल व अमृतसर का स्वर्ण मंदिर भी धुंध से ढके नजर आए।
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