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गाजियाबाद में जिला जज की कोर्ट में 29 अक्तूबर को हुए लाठीचार्ज के विरोध में वकील सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। गाजियाबाद बार एसोसिएशन ने घोषणा की है कि हड़ताल तब तक जारी रहेगी जब तक जिला जज अनिल कुमार को बर्खास्त नहीं किया जाता। वकीलों ने कचहरी गेट पर धरना-प्रदर्शन कर अपने गुस्से का इजहार किया और लाठीचार्ज के लिए जिम्मेदार पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।   वकीलों ने सेल टैक्स कार्यालय के पास चौराहे पर धरना दिया, जिसमें बार अध्यक्ष दीपक शर्मा और बार सचिव अमित नेहरा ने बड़े आंदोलन की तैयारी की बात कही। उन्होंने कहा कि यूपी की सभी बार एसोसिएशन इस आंदोलन में शामिल हैं और हरियाणा, पंजाब और दिल्ली की बार एसोसिएशन ने भी समर्थन दिया है। वकीलों का कहना है कि जब तक जिला जज की बर्खास्तगी नहीं होती, वे न्यायिक कार्य नहीं करेंगे।   सोमवार को धरना शुरू होने से पहले ही वकीलों ने सभी अदालतों में जाने वाले रास्ते बंद करा दिए। इसके कारण कोई भी वादकारी अदालत में तारीख लेने नहीं जा सका। हड़ताल के कारण हवालात में बंदी भी नहीं लाए गए। केस से संबंधित अधिवक्ताओं ने वादकारियों से कहा कि अगर अदालत में जा सकते हो तो हाजिरी लगाकर तारीख ले लो। कई वादकारी अदालत परिसर की तरफ गए भी लेकिन, गेट पर तालाबंदी होने से लौट गए।   धरना दे रहे वकीलों ने विशेष जांच समिति (एसआईटी) गठित कर निष्पक्ष जांच कराने, लाठीचार्ज के दोषी अधिकारियों और पुलिसकर्मियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने, अधिवक्ताओं पर दर्ज फर्जी मुकदमों को खारिज करने और घायल अधिवक्ताओं को सहायता राशि प्रदान करने की मांग की है। वकीलों का यह गुस्सा लाठीचार्ज के विरोध में है, जिसमें पुलिस ने जिला जज से बहस के बाद वकीलों पर लाठीचार्ज कर दिया था। पुलिस का कहना है कि वकीलों ने जिला जज से बदसलूकी की थी।     ———- 🔸 स्थानीय सूचनाओं के लिए यहाँ क्लिक कर हमारा यह व्हाट्सएप चैनल जॉइन करें।