———–

गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र की एक महिला ममता ने सोमवार को लखनऊ में विधानसभा मार्ग पर आत्मदाह का प्रयास किया, लेकिन लखनऊ पुलिस की आत्मदाह निरोधी टीम की मुस्तैदी से उसकी जान बचा ली गई। ममता का आरोप है कि उसने गांव के ही कुछ लोगों को जमीन बेची थी, लेकिन वे चौकी इंचार्ज से मिलकर अधिक जमीन पर कब्जा कर रहे हैं और उसकी शिकायतों पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। हजरतगंज थाना पुलिस को ममता ने बताया कि चौकी इंचार्ज उसके बेटे, देवर और पति के खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज करवा रहे हैं और जेल भेजने की धमकी दे रहे हैं। ममता ने बताया कि उच्चाधिकारियों से की गई शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई और वह लखनऊ में बड़े अधिकारियों से मिलने की कोशिश कर रही थी, लेकिन निराश होकर उसने आत्मदाह का फैसला किया। पुलिस उपायुक्त मध्य रवीना त्यागी ने बताया कि ममता का जमीन विवाद गांव के कुछ लोगों से है। आत्मदाह निरोधी टीम ने ममता को बचाने के बाद गाजियाबाद पुलिस और ममता के परिजनों को सूचना दी है और उसे गाजियाबाद भेज दिया गया है। इस घटना ने सरकारी तंत्र की खामियों को उजागर किया है और ममता की स्थिति ने प्रशासन पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ममता के इस आत्मदाह प्रयास ने सरकारी दावों और कार्यक्रमों की पोल खोल दी है, जिससे यह स्पष्ट हो गया है कि जरूरतमंदों की समस्याओं का समाधान समय पर नहीं हो रहा है।   ———- 🔸 स्थानीय सूचनाओं के लिए यहाँ क्लिक कर हमारा यह व्हाट्सएप चैनल जॉइन करें।