पुलिस ने आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया है
– फोटो : अमर उजाला
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क्रॉसिंग रिपब्लिक क्षेत्र में हाल ही में दर्ज किए गए धर्मांतरण के दो मामलों में पुलिस ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। सैन विहार के मामले में पुष्पा नाम की महिला पकड़ी गई है जबकि डूंडाहेड़ा के केस में सचिन को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस का कहना है कि दोनों के खातों में बाहर से पैसा आने की जानकारी मिली है। डूंडाहेड़ा के मामले में अब राजू नाम के पादरी की तलाश है।
सैन विहार के मामले में रीना ने केस दर्ज कराया था। इसमें सैन विहार की ही निवासी पुष्पा नाम की महिला पर धर्मांतरण कराने का आरोप है। पुलिस पूछताछ में पुष्पा ने धर्मांतरण कराना कुबूल किया। एसीपी वेव सिटी लिपि नगायच ने बताया कि पुष्पा ने 15 साल पहले ईसाई धर्म अपनाया था।
इसके बाद से वह अन्य महिलाओं का धर्मांतरण कराने लगी। इसके लिए वह काॅलोनी की महिलाओं को अपने घर बुलाती थी। वहां बाइबिल का पाठ कराया जाता था। वह कहती थी कि ईसाई धर्म अपनाने से उसे लाभ हुआ। वह निसंतान थी और बच्चा चाहती थी। उसने ईसाई धर्म अपनाया तो उसकी मनोकामना पूरी हो गई। उसके दावे को सच मानकर कई महिलाएं उससे प्रभावित हो गईं थीं। रीना का कहना है कि वह शुरू में पुष्पा के इरादे को भांप नहीं सकीं, लेकिन थोड़े ही दिन में पूरा खेल समझ में आ गया।
बीमारी ठीक नहीं होने पर झांसे में आ जाते हैं लोग
डूंडाहेड़ा के धर्मांतरण के मामले में गिरफ्तार किए गए सैन विहार निवासी सचिन ने पुलिस पूछताछ में बताया कि जिन लोगों की बीमारी काफी समय तक ठीक नहीं होती है, वे आसानी से उसके जाल में फंस जाते हैं। ऐसे लोगों को सिर्फ यह यकीन दिलाना होता है कि ईसाई धर्म अपनाने पर बीमारी ठीक हो जाएगी। जो लोग धर्मांतरण के लिए राजी हो जाते हैं, उन्हें पहले प्रार्थना के लिए बुलाया जाता है। हर रविवार को खाली प्लाट में प्रार्थना कराई जाती है। इसमें बाइबिल का पाठ होता है।
पाठ कराने के लिए पादरी राजू आता है। सचिन ने बताया कि 2012 में राजू ने ही उसका धर्मांतरण कराया था। उसके कान में बीमारी थी, जो ठीक नहीं हो रही थी। राजू ने बीमारी ठीक हो जाने का दावा किया था। इस पर उसने ईसाई धर्म अपना लिया। इसके बाद वह राजू के कहने पर और लोगों का धर्मांतरण कराने लगा। एसीपी वेव सिटी ने बताया कि इस मामले में आरोपी पंकज को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। सैन विहार और डूंडाहेड़ा के मामले आपस में जुड़े हुए लग रहे हैं। इस बिंदु पर अलग से जांच कराई जा रही है।
एक महीने में चार मामले
- गाजियाबाद में एक महीने के भीतर धर्मांतरण के चार मामले सामने आ चुके हैं। इनमें एक में पादरी की गिरफ्तारी हो चुकी है। दो में पादरी की तलाश है
- सभी मामलों में शहर की बाहरी काॅलोनियों के लोग धर्मांतरण गिरोह के निशाने पर मिले हैं। पुलिस धर्मांतरण के लिए फंडिंग किए जाने की जांच कर रही है
- गाजियाबाद के धर्मांतरण गिरोह के तार कानपुर और बरेली से भी जुड़े मिले है। दोनों जगह पुलिस की टीम जा चुकी है
- धर्मांतरण कराने वाले गिरोह काफी समय से सक्रिय हैं लेकिन पहले इसकी शिकायतें नहीं आ रही थीं। पिछले एक महीने में कई मामले पुलिस तक पहुंचे हैं
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