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बलिया. गंगा और सरयू नदी के बढ़ते जलस्तर ने आम जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है. हजारों की आबादी बढ़ की चपेट में है. बलिया में गंगा ने खतरे के निशान से उपर बह रही है. लोग अपने आशियाने को छोड़कर पलायन कर रहे हैं.

वहीं एनडीआरएफ ने कमान संभाल लिया है. आधी रात को बैरिया-मांझी राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच-31 अचानक टूट गया है. जिसके चलते सैकड़ों वाहन दोनों तरफ़ फंस गया है. लोगों को मुख्य सड़क और रेलवे लाइन के पास शरण लेना पड़ रहा है.

31 हजार से अधिक की आबादी है प्रभावित

गंगा और सरयू नदी ने हर तरफ हाहाकार मचा दिया है. जनपद के लगभग 27 गांव की 31,495 आबादी बाढ़ से प्रभावित है. साथ ही 97.7 हेक्टेयर आबाद और लगभग 197.7 हेक्टेयर कृषि योग्य जमीन प्रभावित हुई है. बाढ़ से प्रभावित व्यक्तियों के आने-जाने के लिए 76 नाव फंक्शनल है. जनपद के सभी 61 बाढ़ चौकी और 72 राहत शिविर क्रियाशील किए गए हैं. जिला प्रशासन के रिपोर्ट के मुताबिक तहसील बांसडीह के सुल्तानपुर गांव स्थित बाढ़ राहत शिविर में 71 लोग निवास कर रहे हैं. बाढ़ प्रभावित व्यक्तियों के उपचार के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा 9 मेडिकल टीमें तैनात की गई है. पशुपालन विभाग द्वारा पशुओं के टीकाकरण एवं उपचार की कार्रवाई भी जारी है.

मदद के लिए कंट्रोल रूम किया गया है स्थापित

बलिया जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने बताया कि एडीएम देवेंद्र प्रताप सिंह तथा समस्त एसडीएम, तहसीलदार एवं राजस्व कर्मी को नियमित रूप से भ्रमण करने का निर्देश दिया गया है. इस भयावह स्थिति के बीच जिला प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है. स्थिति बेकाबू होती जा रही है. 31 हजार से अधिक आबादी प्रभावित हो चुकी है. जनपद स्तर पर बाढ़ से प्रभावित व्यक्तियों के समस्या समाधान के लिए कंट्रोल रूम की व्यवस्था की गई है. जिसका टेलीफोन नम्बर-0549-2220832 एवं मोबाइल नम्बर-9454417979 है. जिस पर प्राप्त होने वाली समस्याओं का तत्काल समाधान कराने के लिये 24X7 कर्मियों की तैनाती की गयी है.

Tags: Ballia news, Local18, UP floods, UP news

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