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दिल्ली में बारिश से भरा पानी
– फोटो : अमर उजाला

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राजधानी में तीन दिन पहले हुई भारी बारिश में नई दिल्ली के भी जलमग्न होने के बाद एनडीएमसी हरकत में आ गई है। उसने जलभराव से पार पाने के लिए नए सिरे से प्लान किया है। उसने जलभराव वाले संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान की है। उसने इन क्षेत्रों की सीसीटीवी कैमरों से 24 घंटे निगरानी करने का निर्णय लिया है। इसके अलावा अतिरिक्त कर्मचारियों का एक दल तैयार किया है। यह दल भी 24 घंटे तैनात रहेगा।

एनडीएमसी के अनुसार यातायात पुलिस और जनता से मिली शिकायतों के आधार पर नई दिल्ली इलाके में जलभराव के मामले में पांच संवेदनशील स्थान चिंहित किए गए है। इन स्थानों में अफ्रीका एवेन्यू, बाबा खड़क सिंह मार्ग, पंचकुइयां रोड, पुराना किला रोड और लोधी एस्टेट शामिल हैं। दरअसल तीन दिन पहले इन स्थानों पर काफी दूरी तक एक से दो फीट पानी जमा हो गया था। इसके अलावा यह पानी कई घंटे तक जमा रहा था।

एनडीएमसी ने इन स्थानों की जलभराव के मामले में सीसीटीवी कैमरों के जरिये 24 घंटे निगरानी करने का निर्णय लिया है। यह कैमरे उसके कंट्रोल रूम से जुड़े हुए है। इस तरह कंट्रोल रूम में तैनात कर्मचारी इन स्थानों पर नजर रखेंगे। इन स्थानों पर पानी जमा होते ही उनको संबंधित अधिकारियों को जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए है। इसके अलावा इन स्थानों पर मशीनें भी तैनात की है। वहीं, इन क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए विशेष रूप से 48 अतिरिक्त कर्मचारियों को नियुक्त किया गया है। अधीक्षण अभियंता को सभी संवेदनशील स्थानों पर जलभराव को रोकने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। 

तीन दिन की बारिश में भूमिगत पार्किंग भी जलमग्न 

राजधानी में तीन दिन पहले मूसलाधार बारिश में नई दिल्ली की सभी सड़कें ही नहीं, बल्कि इस इलाके का रखरखाव करने वाली एनडीएमसी मुख्यालय की भूमिगत पार्किंग भी जलमग्न हो गई थी। पानी जमा होने से आम लोगों के घरों के साथ-साथ सांसदों के बंगलों में पानी भर गया था। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कमरों में पानी भरने की शिकायत सोशल मीडिया पर दर्ज कराई थी। जबकि सपा नेता राम गोपाल यादव को अपनी गाड़ी तक पहुंचने के लिए सहायकों के कंधो का सहारा लेना पड़ा। नई दिल्ली में 90 स्थानों पर जलभराव होने की शिकायतें एनडीएमसी के पास की गई थी।

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