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रेहान
– फोटो : अमर उजाला

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लोनी की डाबर तालाब काॅलोनी में शुक्रवार की दोपहर करीब सवा तीन बजे पुलिस के साथ मुठभेड़ के दौरान खुद की गोली लगने से शातिर अपराधी रेहान की मौत हो गई। इससे पहले उसकी गोली लगने से लोनी के स्पेशल आपरेशन ग्रुप ( एसओजी ) का सिपाही विजय भाटी गंभीर रूप से घायल हो गया था। 

विजय भाटी के कंधे में गोली लगने के बाद जब दूसरी गोली चलाने का प्रयास कर रहा था, तब पुलिस टीम ने उसके हाथ पकड़  लिए। उसने हाथ छुड़ाने का प्रयास करते हुए गोली चलाई जो उसकी जांघ में लगी। उससे पहले लोनी सीएचसी और फिर दिल्ली के गुरु तेग बहादुर अस्पताल ( जीटीबी ) ले जाया गया। वहां उपचार के दौरान अस्पताल में उसकी मौत हो गई।

डीसीपी ग्रामीण विवेक यादव ने पूरे घटनाक्रम के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि एसओजी और अंकुर विहार थाने की पुलिस दिल्ली के गोकुलपुरी थाना पुलिस की सूचना पर पहुंची थी, जो डाबर तालाब काॅलोनी के मकान से बदमाश सुहेल उर्फ मन्नू रंगरेज को पकड़ने के लिए आई थी। पुलिस को मन्नू घर पर ही मिला था। 

पुलिस उसे लेकर कार में बैठने जा रही थी। तभी रेहान अवैध पिस्टल लेकर आया। उसने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। फायरिंग के बीच ही मन्नू मौके का फायदा उठाकर भाग निकला। उसके सरेआम फायरिंग करने के दहशत फैल गई। लोग वहां से भाग गए। इसी बीच रेहान और मन्नू अपने घर के पड़ोस वाले मकान में जाकर छिप गए थे। वहीं पर खुद की अवैध पिस्टल से चली गोली लगने से रेहान की जान गई। इस मामले में अंकुर विहार थाने में रेहान और मन्नू के खिलाफ पुलिस पर जानलेवा हमला करने और अवैध हथियार रखने की धाराओं में केस दर्ज किया गया  है। मन्नू की तलाश की जा रही है।

कंधे में गोली लगने पर भी बदमाश से भिड़ गए विजय

डीसीपी ने मुठभेड़ के घटनाक्रम के बारे में बताया कि दिल्ली पुलिस ने मन्नू को पकड़कर कार में बिठा लिया था। तभी उसका भतीजा रेहान पिस्टल लेकर आया। उसने पिस्टल तानकर कहा कि चाचा को छोड़ दो वरना गोली चला दूंगा। उसने चाचा को छुड़वा लिया। दोनों सामने वाले घर में जाकर छिप गए। दिल्ली पुलिस से सूचना मिलने पर लोनी पुलिस पहुंची तो दोनों वहीं पर छिपे हुए थे। दोनों को पकड़ने के लिए पुलिस टीम मकान के अंदर घुस रही थी। 

सबसे आगे सिपाही विजय राठी थे। रेहान ने उनको निशाना बनाकर गोली मारी। गोली लगने के बाद भी वह रुके नहीं और आगे बढ़ते चले गए। रेहान नीचे उतर आया था। वह एक और गोली चलाने जा रहा था। तभी विजय उससे भिड़ गए। बाहर काफी लोग जमा हो गए थे। दस मिनट में आसपास के चार थानों की पुलिस भी पहुंच गई थी। विजय की हालत गंभीर है। उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

मन्नू की मां जेल में, भाई मारा गया था एनकाउंटर में

सोहेल उर्फ मन्नू की मां शबनम जेल में है। लोनी थाना पुलिस ने उसे 15 दिन पहले नशे का सामान बेचने के जुर्म में गिरफ्तार किया था। मन्नू का एक भाई दिल्ली की जेल में बंद है। कई वर्ष पूर्व मन्नू का भाई फौजी पुलिस एनकाउंटर में मारा गया था। डीसीपी का कहना है कि रेहान और मन्नू शातिर अपराधी हैं। उनके खिलाफ कई केस दर्ज होने की जानकारी मिली है। इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वे दोनों जिस मकान में छिपे थे, उसमें रहने वाले लोगों से भी पूछताछ की जाएगी। अगर उन्हें छिपाने में उन लोगों की सहमति रही होगी तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। मन्नू के परिवार के अन्य सदस्य इस घटना के बाद घर से चले गए हैं। उनके बारे में भी जानकारी की जा रही है।

बिना सूचना दिए आई पुलिस- इस मामले में दिल्ली पुलिस की लापरवाही सामने आई है। फरार चल रहे अपराधी को पकड़ने के लिए पुलिस स्थानीय पुलिस को सूचना दिए बगैर आई। गिनती के पुलिस वाले एक कार में आ गए। यही वजह रही कि एक बदमाश उन पर भारी पड़ गया। लोनी में कई बार दिल्ली पुलिस पर हमला हो चुका है। इससे भी सबक नहीं लिया जा रहा है।

रेहान पर चार केस दर्ज

खुद की गोली लगने से मरे रेहान पर चार केस दर्ज थे। ये रंगदारी की धमकी देने और लूट के हैं। उसने दिल्ली पुलिस की हिरासत से आरोपी को छुड़ाया। एसओजी पर फायरिंग की। उसका गोली चलाते हुए एक वीडियो भी सामने आया है। -अजय कुमार मिश्र, पुलिस आयुक्त

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