———–

04

सोनोग्राफी करवाने के दिन को याद करते हुए मीरा ने बताया कि डॉक्टर और शाहिद के चेहरे पर चिंता थी. उन्होंने कहा “आम तौर पर, जब कपल सोनोग्राफी करवाने जाते हैं और वापस आते हैं और वे आपस में बात करते हैं कि ‘हाहाहा, ओह वाह, कितना प्यारा है, और यह सब..’ लेकिन मेरे साथ सब कुछ अलग था. वह ऐसा था जैसे मुझे तुमसे बात करनी है लेकिन तुम बैठ नहीं सकती, कृपया लेट जाओ. क्योंकि मेरा पेट पहले ही फैल चुका था और मैं चार महीने की गर्भवती थी, इसलिए शाहिद ने मुझसे कहा, ‘तुम किसी भी समय अपना बच्चा खो सकती हो.

Disclaimer: This story is auto-aggregated by a computer program and has not been created or edited by Ghaziabad365 || मूल प्रकाशक ||