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दिल्ली मेट्रो (फाइल फोटो)
– फोटो : X/@OfficialDMRC

विस्तार


इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ तक ग्रीन लाइन के विस्तार के साथ नई दिल्ली मेट्रो स्टेशन ट्रिपल इंटरचेंज सुविधा के रूप में उभरने के लिए पूरी तरह तैयार है। अधिकारियों ने रविवार को बताया कि 12.37 किलोमीटर लंबा इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ कॉरिडोर पहले से संचालित ब्रिगेडियर होशियार सिंह-इंद्रलोक ग्रीन लाइन कॉरिडोर (28.78 किमी) का विस्तार करेगा।

अधिकारियों ने कहा कि इस नए विस्तार पर नई दिल्ली स्टेशन को एक इंटरचेंज सुविधा के रूप में विस्तारित किया जाएगा, जहां तीन लाइनें यलो, ऑरेंज (एयरपोर्ट लाइन) और अब ग्रीन लाइन एक दूसरे से मिलेंगी। यह पूरे शहर के लिए एक प्रमुख कनेक्टिविटी को बढ़ावा देगा, क्योंकि अब बहादुरगढ़ के साथ-साथ पश्चिमी दिल्ली के कुछ हिस्सों जैसे नांगलोई, राजधानी पार्क, उद्योग नगर आदि से आने वाले यात्री सीधे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन तक यात्रा कर सकेंगे। 

उन्होंने कहा कि इससे नई दिल्ली स्टेशन तक पहुंच अधिक सुविधाजनक हो जाएगी और स्टेशन के पास भीड़भाड़ कम करने में मदद मिलेगी, क्योंकि अधिक लोग सड़क मार्ग की तुलना में मेट्रो से यात्रा करना पसंद करेंगे। मौजूदा नई दिल्ली स्टेशन की तरह ग्रीन लाइन का नया विस्तार भी भूमिगत होगा। वर्तमान में कश्मीरी गेट दिल्ली मेट्रो नेटवर्क पर एकमात्र ट्रिपल इंटरचेंज स्टेशन है, जहां पीली, लाल और बैंगनी लाइनें मिलती हैं। उन्होंने कहा कि फेस-4 के बाद तीन और स्टेशन, लाजपत नगर, आजादपुर और नई दिल्ली भी ट्रिपल इंटरचेंज सुविधाओं के रूप में उभरेंगे।

वर्तमान में, दिल्ली मेट्रो के फेस-4 विस्तार के हिस्से के रूप में लगभग 86 किलोमीटर नई लाइनें बनाई जा रही हैं। तीन लाइन जनकपुरी पश्चिम, आरके आश्रम मार्ग (बैंगनी), मजलिस पार्क-मौजपुर (गुलाबी) और एयरोसिटी-तुगलकाबाद (गोल्डन) का निर्माण अभी प्रगति पर है। इन खंडों पर 50 प्रतिशत से अधिक सिविल कार्य पूरा हो चुका है।

दो और कॉरिडोर इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ और साकेत जी ब्लॉक-लाजपत नगर को भी इस साल की शुरुआत में मंजूरी मिल गई है। उन्होंने कहा कि डीएमआरसी वर्तमान में वैधानिक मंजूरी के लिए प्रक्रिया कर रही है, जिसमें डीडीए, सीपीडब्ल्यूडी और पीडब्ल्यूडी से भूमि अधिग्रहण और वन मंजूरी की आवश्यकताएं शामिल हैं। ट्रैक बिछाने, इलेक्ट्रिकल सिस्टम, सिग्नलिंग और अन्य तकनीकी घटकों के लिए विशेष अनुबंधों पर आगे बढ़ने से पहले सिविल कार्यों के लिए योजना और निविदा के संबंध में आगे की प्रक्रियाएं की जा रही हैं।

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