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मेयर सुनीता दयाल ने कहा कि शहर में मंदिरों को तोड़े जाने के आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद है। जिन लोगों ने भी लोकसभा चुनाव को बिगाड़ने की साजिश की है उन सभी को 4 जून के बाद जवाब मिलेगा। बिना किसी का नाम लिये मेयर ने कहा कि कुछ लोग सोच रहे हैं कि उनके यहां चुनाव खत्म हो गया है और दूसरे जगह चुनाव में नुकसान होता हो तो हो जाये। ऐसी सोच रखने वालों को बस इतना ही कहूंगी कि पार्टी ने हम लोगों को बहुत कुछ दिया है। हमें इतना स्वार्थी और मतलबी नहीं हो जाना चाहिये कि अपनी कृत्य से पार्टी को ही नुकसान पहुंचाने लग जाये। ज्ञात हो कि बुधवार को विश्व हिंदू परिषद के नेता एवं भाजपा विधायक अतुल गर्ग के भाई आलोक गर्ग ने नगर निगम पर मंदिर तोड़ने का आरोप लगाया था। आलोक गर्ग ने आरोप लगाया कि गाजियाबाद नगर निगम हिंदू विरोधी है और पिछले एक वर्ष में नगर निगम ने शहर में 12 मंदिर तोड़ डालें। इन्हीं आरोपों को लेकर मेयर ने पत्रकारों से बात की। मेयर ने कहा कि मैं पार्टी की अनुशासित कार्यकर्ता हूं। मुझे जो भी कहना है मैं उसे संगठन और पार्टी में वरिष्ठजनों के समक्ष रखूंगी।

उदय भूमि संवाददाता
गाजियाबाद। शहर में मंदिरों को तोड़े जाने के आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद है। जिन लोगों ने भी लोकसभा चुनाव को बिगाड़ने की साजिश की है उन सभी को 4 जून के बाद जवाब मिलेगा। बृहस्पतिवार को नगर निगम मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में मेयर सुनीता दयाल ने यह बातें कही। उन्होंने कहा कि मैं पार्टी की अनुशासित कार्यकर्ता हूं। मुझे इस प्रकरण में जो भी कहना है मैं उसे संगठन और पार्टी में वरिष्ठजनों के समक्ष रखूंगी। लेकिन जिन लोगों ने भी नगर निगम पर झूठे आरोप लगाकर एक साजिश के तहत लोकसभा चुनाव में पार्टी को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया है वह अपने मंसूबों में सफल नहीं होंगे। बिना किसी का नाम लिये मेयर ने कहा कि कुछ लोग सोच रहे हैं कि उनके यहां चुनाव खत्म हो गया है और दूसरे जगह चुनाव में नुकसान होता हो तो हो जाये। ऐसी सोच रखने वालों को बस इतना ही कहूंगी कि पार्टी ने हम लोगों को बहुत कुछ दिया है। हमें इतना स्वार्थी और मतलबी नहीं हो जाना चाहिये कि अपनी कृत्य से पार्टी को ही नुकसान पहुंचाने लग जाये।

विदित हो कि बुधवार को विश्व हिंदू परिषद के नेता एवं भाजपा विधायक अतुल गर्ग के भाई आलोक गर्ग ने नगर निगम पर मंदिर तोड़ने का आरोप लगाया था। आलोक गर्ग ने आरोप लगाया कि गाजियाबाद नगर निगम हिंदू विरोधी है और पिछले एक वर्ष में नगर निगम ने शहर में 12 मंदिर तोड़ डालें। गाजियाबाद नगर निगम में भाजपा का कब्जा है और एक वर्ष पूर्व भाजपा की महिला नेत्री सुनीता दयाल मेयर चुनी गई थी। आलोक गर्ग विधायक और गाजियाबाद लोकसभा सीट से प्रत्याशी अतुल गर्ग के भाई हैं। ऐसे में आलोक गर्ग के आरोपों से खलबली मच गई। हिंदू, हिंदुत्व और मंदिर भाजपा का कोर सब्जेक्ट है। ऐसे में भाजपा के मेयर के शासन में नगर निगम द्वारा मंदिर तोड़े जाने के आरोपों को विपक्षी पार्टियां हाथो-हाथ भुनाने में लग गई। इन आरोपों ने विपक्ष को भाजपा पर वार करने का मुद्दा दे दिया। बृहस्पतिवार को मेयर के साथ प्रेसवार्ता में मौजूद विवेकानंद नगर के पार्षद राजकुमार नागर ने कहा कि नगर निगम द्वारा कोई मंदिर नहीं तोड़ा गया है। मंदिर और पार्क के बगल में सड़क पर मंदिर से सटा कर मकान का निर्माण हुआ था। इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेशों के क्रम में नगर निगम ने विवेकानंद नगर में कार्रवाई की। लेकिन किसी मंदिर को हाथ नहीं लगाया गया।
मेयर सुनीता दयाल ने कहा कि शहर के सभी मंदिर सुरक्षित हैं। जिन 12 धार्मिक स्थल को तोड़ने का आरोप लगाया है वह एकदम गलत है। निगम की टीम को सभी जगह भेजकर धार्मिक स्थलों को दिखवाया लिया गया है। सभी मंदिरों की जीयो टैगिंग फोटो करवाई गई है। मेयर ने कहा कि नगर निगम की जमीन पर कब्जा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई हो रही है भूमाफिया पर शिकंजा कसा जा रहा है। बीते दिनों कैला भट्टा में करोड़ रुपये की जमीन कब्जामुक्त कराई। इसके बाद से लगातार जमीन खाली कराने का काम चल रहा है। इससे कुछ लोगों को परेशानियां हो रही है। सभी धार्मिक स्थल पूरी तरह सुरक्षित है, लेकिन कुछ लोग उनकी और निगम अधिकारियों की छवि खराब कराना चाहते हैं। यही कारण है कि धार्मिक स्थल तोड़ने की झूठी अफवाह फैलाई जा रही है। निगम की टीम मौके पर भेजी गई। सभी धार्मिक स्थल अपने स्थान पर सही मिले। महापौर ने बताया कि विश्व हिन्दू परिषद के स्थानीय पदाधिकारियों ने मुझसे से कोई संपर्क नहीं किया। वह बिना वजह मामले को तूल दे रहे हैं। उन्होंने बताया चार जून के बाद कई बड़े भूमाफिया के बारे में खुलासा किया जाएगा। पार्टी के खिलाफ साजिश में जो लो भी शामिल हैं उन सभी लोगों को बेनकाब किया जाएगा।




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