दीपक की पत्नी पारुल और उसकी मां के साथ कुछ करीबी लोग पुलिस की सूचना पर रोहतक पहुंचे थे और वे दीपक का शव लेकर उत्तर प्रदेश लौट गए.
रोहतक पुलिस और बदमाशों के बीच हुई इस मुठभेड़ की मैजिस्ट्रेट इंक्वायरी भी शुरू हो गई है. दूसरी ओर, दीपक फुर्तीला और राहुल बाबा तथा उनके तीसरे साथी बदमाश आयुष उर्फ छोटा के अतीत को खंगालें तो पता चलता है कि राहुल बाबा और दीपक फुर्तीला कुछ साल पहले ही एक दूसरे के संपर्क में तब आए थे, जब राहुल बाबा अवैध असलहा की सप्लाई करने का कारोबार करता था. वह अक्सर उत्तर प्रदेश से हथियार लाकर हरियाणा में सप्लाई करता था और इसी सिलसिले में उसका दीपक सहित यूपी के अन्य बदमाशों के साथ भी संपर्क हुआ था.
दीपक फुर्तीला भी तब अवैध हथियारों का धंधा करता था. इन सबके बीच दीपक फुर्तीला के साथ राहुल बाबा की अच्छी पटरी बैठ गई और धीरे-धीरे देश के नामी गैंगस्टर कहे जाने वाले लारेंस बिश्नोई और कुख्यात सरगना काला जठेड़ी के साथ भी इन्होंने अपने संबंध कायम किए. इससे दीपक और राहुल के बीच गहरी हो चुकी दोस्ती ही कहा जाएगा कि दोनों अपराध की राह पर भी एक दूसरे को सहयोग करने लग गए.
रोहतक में ट्रिपल मर्डर किया था
रोहतक में 19 सितम्बर को ट्रिपल मर्डर इसका ताजा उदाहरण है, जिसमें बाबा गिरोह ने अपने विरोधी सुमित प्लोटरा गिरोह को सबक सिखाने के लिए उसके भाई अमित नांदल के साथ दो अन्य युवकों को भी गोलियों से भून डाला था और बाकायदा राहुल बाबा ने सोशल मीडिया पर एक ऑडियो वायरल करके इस ट्रिपल मर्डर की न केवल जिम्मेदारी ली, बल्कि यह भी कहा कि जो भी उसके विरोधियों के साथ नजर आएगा, वो उसका भी यही हाल करके छोड़ेगा. रोहतक में ट्रिपल मर्डर हुआ तो इसकी गूंज दूर तक सुनाई दी और हरियाणा पुलिस भी इस केस को ट्रेस करने के लिए दिन-रात जुट गई. ना केवल CIA यूनिट बल्कि स्पेशल टास्क फोर्स यानी एसटीएफ हरियाणा को भी और तेजी से बदमाशों के खात्मे के निर्देश मिले थे. सीआईए स्टाफ और एसटीएफ की टीमों ने लगातार छापेमारी की और कई बदमाशों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचाया.
कौन है राहुल बाबा ?
राहुल उर्फ बाबा पुत्र जगदीश निवासी गांव खिड़वाली हाल हनुमान कॉलोनी, जिला रोहतक का रहने वाला है. पुलिस के साथ एनकाउंटर में गोलियां लगने के बाद पीजीआई में दाखिल करवाए गए कुख्यात गैंगस्टर और बाबा गिरोह के सरगना राहुल बाबा का वर्तमान पता यही है. राहुल बाबा का नाम पिछले कुछ सालों में हरियाणा और दिल्ली में अपराध जगत में काफी तेजी के साथ ऊपर गया है. पुलिस रिकॉर्ड को देखने से पता चलता है कि वह 2013 का साल था, जब राहुल बाबा पर हरियाणा के गोहाना सदर पुलिस स्टेशन में पहला मुकदमा दर्ज किया गया था, जिसमें उस पर हत्या जैसा गंभीर आरोप था.
जेल से लौटा और फिर सब कुछ बदल गया
गिरफ्तारी के बाद राहुल बाबा जेल चला गया और फिर जमानत पर बाहर आया तो वह पूरी तरह से बदला हुआ था और उसके संपर्क भी असमाजिक तत्वों के साथ कायम हो चुके थे. वह गलत कामों में लिप्त होता चला गया और फिर 2018 में रोहतक के शिवाजी कॉलोनी पुलिस स्टेशन में उस पर मारपीट का मुकदमा दर्ज हुआ. इसके बाद राहुल बाबा पूरी तरह से अपराध की दुनिया में उतर गया और जल्दी पैसा कमाने की चाहत में उसने अवैध असलाह की सप्लाई करना शुरू कर दिया. उत्तर प्रदेश से वह अवैध हथियार लाकर उन्हें महंगे दामों पर हरियाणा और दिल्ली में सप्लाई करने लग गया. जेब में आसानी से पैसा आने लगा तो राहुल बाबा के शौक भी बढ़ते चले गए और उसकी आपराधिक गतिविधियां भी.
राहुल बाबा पर फिलहाल करीब 10 मुकदमे चल रहे हैं, जिनमें हत्या, हत्या का प्रयास, मारपीट, अवैध असलहा सप्लाई करना और हत्या की साजिश में शामिल होने जैसे गंभीर मामले शामिल हैं. कुछ महीने पहले जब वह रोहतक जेल में बंद था तो सुमित प्लोटरा गिरोह के बदमाशों के साथ जेल में उसकी मारपीट हुई और इस घटना के बाद से सुमित प्लोटरा और राहुल बाबा गिरोहों के बीच 36 का आंकड़ा चल रहा है.
कौन था दीपक फुर्तीला ?
पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में उत्तर प्रदेश का इनामी मुजरिम दीपक फुर्तीला पुलिस की जवाबी कार्रवाई में मारा गया है, जिस पर यूपी और हरियाणा में कुल 19 आपराधिक मामले दर्ज बताए जा रहे हैं. उत्तर प्रदेश पुलिस ने उस पर 50 हजार और हरियाणा पुलिस की तरफ से भी 5 हजार का इनाम घोषित है. दीपक फुर्तीला पुत्र राजेंद्र सिंह उत्तर प्रदेश के बागपत क्षेत्र के बालौनी गांव का रहने वाला था और एक निम्न वर्गीय परिवार से संबंध रखता था और ज्यादा पढ़ा लिखा भी नहीं है. उसके पिता कई साल पहले ही गुजर गए थे और परिवार में बूढ़ी मां के अलावा धर्मपत्नी पारुल तथा एक बच्चा हैं. पारुल दिल्ली की रहने वाली है, जिसके साथ दीपक ने प्रेम विवाह किया था. हालांकि, पारुल के परिवार वाले इस विवाह के सख्त खिलाफ थे और शादी के बाद उन्होंने पारुल से अपना रिश्ता भी तोड़ लिया था.
18 साल पहले अपराध की दुनिया में कदम
पुलिस सूत्रों की मानें तो दीपक उर्फ फुर्तीला ने साल 2006 के आसपास अपराध की दुनिया में कदम रखा. उसके खिलाफ शुरुआत में मारपीट और जानलेवा हमला करने जैसे मामले सामने आए और बाद में वह अवैध असलहे के साथ पकड़ा गया. दीपक फुर्तीला की गैर कानूनी हरकतें बढ़ती गई तो उत्तर प्रदेश पुलिस ने उस पर गैंगस्टर एक्ट में भी केस दर्ज किए, लेकिन दीपक फुर्तीला की हरकतें थमने की बजाय वह लगातार अपराध करता गया और हत्या, अपहरण, हत्या के प्रयास अवैध असलहा रखना और सप्लाई करने तथा रंगदारी जैसे अनेक मुकद्दमें दर्ज होते चले गए.
अवैध असलाह का काला कारोबार करने के दौरान ही उसकी हरियाणा के गैंगस्टर राहुल बाबा से भी दोस्ती हुई और वह राहुल बाबा के विरोधियों से बदला लेने के लिए रोहतक में ट्रिपल मर्डर की वारदात को अंजाम देने के लिए भी चला आया था. हालांकि, इससे कुछ दिन पहले ही 2 अगस्त की रात को चांदीनगर पुलिस थाने के अंतर्गत मंसूरपुर क्षेत्र में यूपी के हिस्ट्रीशीटर कविंदर और उसके साले कुलदीप को भी गोलियों से छलनी करने की वारदात में शामिल रहा था और यूपी पुलिस भी उसकी सरगर्मी से तलाश में जुटी हुई थी लेकिन इससे पहले कि उत्तर प्रदेश पुलिस उस तक पहुंच पाती हरियाणा STF और CIA स्टाफ के साथ मुठभेड़ में वह पैरों में गोलियां लगने से बुरी तरह जख्मी हो गया और पीजीआई रोहतक में उपचार के दौरान दीपक फुर्तीला की मौत हो गई.
Tags: Bishnoi and Bambiha gangs, Gangster Lawrence Vishnoi, Gangsters and criminals
FIRST PUBLISHED : December 6, 2024, 06:28 IST
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