Image Slider

बुजुर्ग दंपती को वाट्सएप कॉल किया, दंपती ने गहने बेचकर रुपए चुकाए।

गुजरात में नाडियाद जिले के महिसा गांव का बुजुर्ग दंपती ठग गिरोह का शिकार हो गया। ठग ने दंपती को व्हाट्सएप कॉल किया कि ‘मुंबई से CBI ऑफिसर बोल रहा हूं, आपके बेटे-बेटी को ड्रग मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार गिरफ्तार करना होगा’। इस तरह डराकर उनसे

.

बुजुर्ग दंपती के पास पैसे नहीं थे तो गहने गिरवी रखकर दिए और अन्य गहने बेचकर थोड़ा-थोड़ा करके 61 लाख RTGS किए। इसके बावजूद ठग गैंग ने वेरिफिकेशन करने के बहाने और 40 लाख मांगे, तब दंपती ने महुधा पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया।

अमेरिका में रहता है बेटा, बेटी ससुराल में महुधा तालुका के महिसा गांव के मुखी खड़की निवासी 63 वर्षीय वीणा मधुसूदन पटेल के परिवार में पत्नी और बेटा-बेटी हैं। बेटा सपरिवार अमेरिका में रहता है और बेटी ससुराल में है। 9 नवंबर की सुबह वीणा के पति मधुसूदन के मोबाइल पर व्हाट्सएप कॉल आया।

ठग ने अपनी पहचान विनोद शर्मा डीएचएल कूरियर सर्विस बॉम्बे बताई और कहा कि आपके नाम पर मुंबई टु बैजिग चीन का कूरियर है। कूरियर जेट एयर बैज के मालिक नरेंद्र गोयल ने आपके आधार कार्ड और मोबाइल नंबर का इस्तेमाल किया है। इस कूरियर में पासपोर्ट, बैंक दस्तावेज और 400 ग्राम एमडीएमए ड्रग्स हैं। आपने अपने डॉक्यूमेंट से ऐसा कोई कूरियर किया है।

4 दिन व्हाट्सएप कॉल आया इस पर मधुसूदन ने फोन पर कहा कि हमने ऐसा कोई कूरियर नहीं किया है तब सामने वाले ने कहा कि हम पुलिस को सूचित कर रहे हैं। मधुसूदन ने कहा कि आप पुलिस को सूचित करें… इसके बाद 13 नवंबर को मधुसूदन को 2 अज्ञात नंबरों से व्हाट्सएप कॉल आया, जिसमें सामने वालों ने अपनी पहचान प्रकाश अग्रवाल और मुंबई सीबीआई ऑफिसर राजेश प्रधान बताई और कहा कि हम तुम्हें गिरफ्तार करके ले जाएंगे।

ठग ने वीडियो कॉल कर क्राइम ब्रांच और पुलिस ग्रेटर मुंबई पुलिस का सिंबल दिखाया और कहा कि आपका ड्रग्स केस सुप्रीम कोर्ट में फाइल हो गया है। इसके बाद बार-बार व्हाट्सएप कॉल करके वेरिफिकेशन के लिए 40 लाख देने को कहा, जो बाद में वापस करने की जानकारी भी दी। अगर पैसे नहीं देते तो गिरफ्तार कर मुंबई ले जाने को कहा लेकिन मधुसूदन और पत्नी वीणा डरे नहीं।

पहले 11 लाख फिर 61 लाख चुकाए ठग गिरोह को लगा कि व्यक्ति उनके हाथ में नहीं फंस रहा है, तब उन्होंने कहा कि आपके बेटा-बेटी विदेश में, जिन्हें सुप्रीम कोर्ट जांच के दायरे में लेगी और दोनों को वापस विदेश जाने की अनुमति नहीं देगा। इस बात से मधुसूदन और पत्नी वीणा डर गए।

ठग पैसे देने के लिए दबाव बनाते थे और नहीं देने पर धमकी देते थे। मधुसूदन ने पहले 11 लाख और फिर थोड़ा-थोड़ा करके 61 लाख रुपए आरटीजीएस कर दिए थे। इसके बाद ठगों ने वेरिफिकेशन करने के बहाने 40 लाख और मांगे, तब दंपती को ठगी का अहसास हुआ और पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया।

———-

🔸 स्थानीय सूचनाओं के लिए यहाँ क्लिक कर हमारा यह व्हाट्सएप चैनल जॉइन करें।

 

Disclaimer: This story is auto-aggregated by a computer program and has not been created or edited by Ghaziabad365 || मूल प्रकाशक ||