Image Slider

तिरुवनंतपुरम (केरल). देश का सबसे शिक्षित राज्‍य केरल कई मामलों में शीर्ष पर है. सामाजिक सुरक्षा के लिहाज से तो केरल का कोई सानी नहीं है. देश के सबसे डेवलप और एजुकेटेड प्रदेश में भ्रष्‍टाचार और घोटाले का ऐसा मामला सामने आया है, जिसके बारे में सुनकर आप भी भौंचक्‍के रह जएंगे. केरल में BMW कार रखने वाले और AC लगे घरों के मालिकों का नाम गरीबों की लिस्‍ट में शामिल है. ऐसे लोग गरीबों को दी जाने वाली पेंशन का लाभ उठा रहे हैं. ऑडिट रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है. केरल सोशल सिक्‍योरिटी पेंशन स्‍कीम में घोटाले के तरीकों से हर कोई हैरत में है.

केरल के फाइनेंस डिपार्टमेंट ने एक नगरपालिका में गरीबों की सामाजिक सुरक्षा पेंशन के लाभार्थियों की समीक्षा की है. ऑडिट में पता चला है कि बीएमडब्ल्यू जैसी महंगी कारों के मालिक और एसी लगे मकानों में रहने वाले लोग भी इस योजना का लाभ उठा रहे हैं. आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि मलप्पुरम जिले में कोट्टक्कल नगरपालिका की समीक्षा की गई. ऑडिट में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. उन्होंने बताया कि इसके बाद राज्य के वित्त मंत्री केएन बालगोपाल ने अधिकारियों को पूरे राज्य में ऐसा ऑडिट करने और लाभार्थी सूची से सभी अपात्र व्यक्तियों को हटाने का निर्देश दिया है.

कावेरी एक्‍सप्रेस में महिलाएं करती रहीं मिन्‍नतें, मनमानी करते रहे पुरुष पैसेंजर, GRP-RPF ने भी नहीं सुनी गुहार

नपेंगे अधिकारी
केरल में गजेटेड अधिकारियों और कॉलेज के प्रोफेसरों समेत लगभग 1,500 रिटायर्ड सरकारी कर्मचारियों के फर्जी तरीके से सामाजिक सुरक्षा पेंशन हासिल करने से जुड़ी खबरों को लेकर व्याप्त आक्रोश के बीच यह नया खुलासा हुआ है. वित्त मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि सभी स्थानीय निकायों को बैंक खातों के माध्यम से पेंशन राशि प्राप्त करने वाले लाभार्थियों की पात्रता का नियमित मूल्यांकन करने का निर्देश दिया जाएगा. राज्य के वित्त मंत्री केएन बालगोपाल ने कोट्टक्कल मामले पर सख्त रुख अपनाते हुए शुक्रवार को उन अधिकारियों की विजिलेंस जांच के आदेश दिए, जिन्होंने गरीबों की सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना में कथित तौर पर ऐसे समृद्ध व्यक्तियों को शामिल किया था.

केरल के वित्‍त मंत्री का सख्‍त रुख
सूत्र ने बताया कि वित्त मंत्री ने एलिजिबिलिटी को वेरिफाई करने वाले अधिकारियों, इन्‍कम सर्टिफिकेट जारी करने वाले रेवेन्‍यू अफसरों और पेंशन को मंजूरी देने वाले व्यक्तियों के खिलाफ विजिलेंस जांच की बात कही है. वित्त विभाग ने प्रशासनिक विभागों को तुरंत कार्रवाई की रिपोर्ट देने का भी निर्देश दिया है. कोट्टक्कल नगरपालिका के 7वें वार्ड में विजिलेंस और एंटी करप्‍शन ब्‍यूरो द्वारा की गई इस जांच से पहले मलप्पुरम फाइनेंस ऑडिट एग्‍जामिनेशन विभाग ने पेंशन लाभार्थियों की जांच की थी. सूत्र ने कहा कि 42 लाभार्थियों की जांच की गई, जिनमें से 38 अपात्र पाए गए और एक की मृत्यु हो चुकी है. अधिकारियों के अनुसार, ऑडिट में बीएमडब्ल्यू कारों के मालिकों समेत अपात्र व्यक्तियों के पेंशन का लाभ लेने जैसे चौंकाने वाले मामले सामने आए. एक अधिकारी ने बताया कि कुछ पेंशनभोगी कथित तौर पर एयर कंडीशंड जैसी सुविधाओं वाले घरों में रहते हैं. ऐसे भी उदाहरण मिले जिनमें सरकारी नौकरी कर चुके पेंशनभोगियों के पति या पत्नी कल्याण पेंशन ले रहे थे.

Tags: Kerala News, National News, Pension scheme

———-

🔸 स्थानीय सूचनाओं के लिए यहाँ क्लिक कर हमारा यह व्हाट्सएप चैनल जॉइन करें।

 

Disclaimer: This story is auto-aggregated by a computer program and has not been created or edited by Ghaziabad365 || मूल प्रकाशक ||