Image Slider

गाजियाबाद. गाजियाबाद क्राइम ब्रांच डीएमई डासना अंडरपास के पास वाहनों की जांच कर रही थी. उसी समय एक कैंटर आया. पुलिस कर्मियों ने रुकने का इशारा किया. ड्राइवर रोककर नीचे आया. पुलिस ने पूछा कैंटर में क्‍या है, ड्राइवर बोला, साहब कबाड़ा है, चाहे तो आप चढ़कर देख लो. एक पुलिस कर्मी ने चढ़कर देखा और सच सामने आ गया. पुलिस ने उसे गिरफ्तार करा जेल भेज दिया.

क्राइम ब्रांच के अनुसार कैंटर से गांजा तस्करी कर ओडिशा से दिल्ली व पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सप्लाई करने के लिए लाया जा रहा था. क्राइम ब्रांच ने 101.600 किलो गांजा बरामद किया है, जिसकी अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 50 लाख रुपये बताई जा रही है.

Ghaziabad Crime News:आर्मी की जैकेट पहने थाने पहुंचा युवक, कहा- 31 साल पहले हुआ था अपहरण, मां-बाप को ढूंढ़ दो, फिर…

आरोपी ने पूछताछ अपना नाम सुरेन्द्र बताया. जो मथुरा का रहने वाला है और 10वीं पास है. इसलिए ड्राइवरी का काम करके अपना घर चलाता था, लेकिन इस काम से ज्यादा फायदा नहीं होता था. इसी दौरान भुवनेश्वर (उड़ीसा) में सुरेन्द्र की मुलाकात एक ऐसे ड्राइवर से हुई जो अन्य माल के साथ गांजे की तस्करी करता था. उसने बताया कि इसमें काफी फायदा होता है, उस ड्राइवर ने सुरेन्द्र को उड़ीसा के ओमवीर से मिलवाया, जो ओडिशा से देश के विभिन्न राज्यों में गांजे की तस्करी करता था.

ओमवीर को भी ऐसा व्यक्ति चाहिये था जो पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दिल्ली, एनसीआर और हरियाणा में गांजे की तस्करी कर सके और उसका कोई पुराना रिकार्ड न हो. गांजे की तस्करी करके पार्टी तक पहुंचाने पर प्रत्येक चक्कर सुरेन्द्र को 40 से 50 हजार रुपये प्रति कुन्टल मिलते थे.

अभियुक्त ने यह भी बताया कि गांजा लोड करके चलता था, तो अपना फोन बन्द कर लेता था और किसी से भी कोई सम्पर्क नहीं रखता था. उसने बताया कि तस्करी का काम पिछले करीब 4-5 सालों से कर रहा है. सुरेन्द्र ने कभी भी गांजा तस्करी के काम में किसी अन्य को शामिल नही किया और न ही अपने किसी जानने वाले को इस बारे में बताया है. तस्करी से कई गुना फायदा होता है. कई बार लाखों में कमाई हो जाती थी.

Tags: Ghaziabad News

———-

🔸 स्थानीय सूचनाओं के लिए यहाँ क्लिक कर हमारा यह व्हाट्सएप चैनल जॉइन करें।

 

Disclaimer: This story is auto-aggregated by a computer program and has not been created or edited by Ghaziabad365 || मूल प्रकाशक ||