संगीत से पुराना नाता
दृष्टि का संगीत से गहरा नाता है. बचपन से ही उन्हें गाने का शौक था, और यह शौक उनकी मां से विरासत में मिला. दृष्टि की मां धार्मिक आयोजनों में भजन-कीर्तन करती हैं और सुंदरकांड का पाठ भी करती हैं. इन्हीं धार्मिक आयोजनों से प्रेरित होकर दृष्टि ने भी भजन गाने की कला में निपुणता हासिल की. संगीत की शिक्षा के अलावा, दृष्टि धार्मिक कार्यों में भजन गाकर अपनी कला का प्रदर्शन करती हैं, जिसे सभी ने बहुत सराहा है.
प्रतियोगिताओं में शानदार प्रदर्शन
हाल ही में दृष्टि शर्मा ने मेरठ मंडल स्तर की एक संगीत प्रतियोगिता में भाग लिया, जहां उन्होंने तृतीय स्थान हासिल कर बुलंदशहर का नाम रोशन किया. समग्र शिक्षा माध्यमिक संयुक्त शिक्षा निदेशक द्वारा आयोजित इस मंडल स्तरीय कला उत्सव में दृष्टि ने भजन प्रतियोगिता में अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया. इसके पहले भी दृष्टि ने कई अन्य स्थानीय और क्षेत्रीय प्रतियोगिताओं में जीत हासिल कर अपनी कला का लोहा मनवाया है.
परिवार का सपोर्ट
दृष्टि के पिता अब इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनकी मां ने उनकी परवरिश की जिम्मेदारी संभाली और हमेशा उनका हौसला बढ़ाया. दृष्टि की मां ने ही उन्हें संगीत के प्रति प्रेरित किया और उनकी सफलता के पीछे मां की अहम भूमिका है. दृष्टि का कहना है कि उनकी मां ही उनकी असली प्रेरणा हैं, जिन्होंने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया है.
स्कूल में सम्मान
मेरठ मंडल में प्रतियोगिता जीतने के बाद, दृष्टि का स्कूल पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया. स्कूल के प्रधानाचार्या और स्टाफ ने उन्हें सम्मानित किया और उनके इस अभूतपूर्व प्रदर्शन के लिए बधाई दी
Tags: Bulandshahr news, Folk Music, Local18, Uttarpradesh news
- व्हाट्स एप के माध्यम से हमारी खबरें प्राप्त करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
- टेलीग्राम के माध्यम से हमारी खबरें प्राप्त करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
- हमें फ़ेसबुक पर फॉलो करें।
- हमें ट्विटर पर फॉलो करें।
Follow Us on Social Media
Disclaimer: This story is auto-aggregated by a computer program and has not been created or edited by Ghaziabad365 || मूल प्रकाशक ||