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-एडीजी जीआरपी ने आरपीएफ, जीआरपी, सिविल पुलिस, डायल 112 और रेलवे के कर्मचारियों के साथ की बैठक

गाजियाबाद। ट्रेनों के बेपटरी होने, ट्रैक पर आए दिन होने वाले हादसों को रोकने के लिए और ट्रेनों पर पथराव के मामलों पर अंकुश लगाने के लिए गाजियाबाद राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) एवं रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (आरपीएफ) सख्त हो गया है। हालांकि विभाग का पूरा फोकस सुरक्षा पर है। इसी क्रम में अब पटरियों, ट्रेनों व यात्रियों की सुरक्षा को और मजबूत बनाने के लिए ब्लैक स्पॉट चिह्नित किए जा रहे हैं। इससे उन जगहों का डाटा तैयार हो जाएगा, जहां हादसे हो रहे हैं या पथराव किया जा रहा है। डाटा तैयार हो जाने पर रेलवे को ब्लूप्रिंट तैयार करने में मदद मिलेगी। इससे हादसे की वजहों पर अंकुश लगाया जा सकेगा। जहां सर्वाधिक हादसे हो रहे हैं या शरारती तत्व पथराव कर रहे हैं। इन्हें चिह्नित कर देखा जाएगा कि किन ट्रेनों पर पथराव की घटनाएं अधिक हो रही हैं। इसी के साथ पेट्रोलिंग के साथ-साथ जीआरपी व आरपीएफ की टीमे रेलवे लाइन के किनारे रहने वाले लोगों को जागरूक भी करेगी।

बुधवार को गाजियाबाद रेलवे स्टेशन स्थित सीओ रेलवे कार्यालय पर जीआरपी, आरपीएफ और रेलवे के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर इसकी योजना बनाई। एडीजी जीआरपी प्रकाश डी. ने सीओ जीआरपी सुदेश कुमार गुप्ता, एसपी जीआरपी रेलवे आशुतोष शुक्ला, सर्किल क्षेत्र बुलंदशहर जीआरपी प्रभारी नीरज तोमर, मेरठ जीआरपी प्रभारी विनोद कुमार और मुजफ्फरनगर संदीप शर्मा व गाजियाबाद के जीआरपी प्रभारी अनुज मलिक और सभी जिलों के चौकी इंचार्ज, आरपीएफ एसपी, सीओ व इंस्पेक्टरों के साथ कमांडेंट आरपीएफ व इंस्पेक्टरों के साथ बैठक में समीक्षा बैठक कर इसकी योजना बनाई। बैठक में तय हुआ कि आरपीएफ, जीआरपी, सिविल पुलिस, डायल 112 और रेलवे के कर्मचारी ट्रैक की संयुक्त रूप से निगरानी करेंगे।

एडीजी जीआरपी प्रकाश डी ने बताया कि उत्तर प्रदेश में देश का सबसे बड़ा 16 हजार वर्ग मीटर का रेलवे ट्रैक है। बीते कुछ दिनों में रेलवे ट्रैक पर अवरोध पैदा करने की घटनाएं सामने आई हैं। इसमें बच्चे, यूट्यूबर सहित अन्य लोगों की संलिप्तता मिली है। मामले से जुड़े कई लोगों पर कार्रवाई भी की गई है। उन्होंने बताया कि अभी यह साफ नहीं हुआ है कि पूर्व में रेल घटनाएं ट्रैक पर अवरोध उत्पन्न करने से हुई या अन्य कोई कारण था, इस बारे में जांच की जा रही।
ट्रैक की निगरानी के लिए रेल मित्र योजना लाई जाएगी, जिससे आम लोग भी रखवाली कर सकें। रेलवे का पहला दायित्व ट्रैक, रेलवे और यात्रियों की सुरक्षा करना है। उन्होंने बताया कि हरियाणा में चुनाव है।

हरियाणा के कई जिले उत्तर प्रदेश से मिलते हैं, इसलिए मतगणना तक ट्रैक पर सख्त निगरानी की जाएगी। गूगल मेपिंग से ब्लैक स्पॉट का चिन्हीकरण कर प्रभावी नियंत्रण करने व ट्रैक की संयुक्त पेट्रोलिंग जनपदीय पुलिस के साथ किए जाने के लिए निर्देश दिए गए है। उच्चाधिकारियों द्वारा पत्थरबाजी की घटनाओं को रोकने के संबंध में तैयार की गयी एसओपी का शत प्रतिशत अनुपालन किए जाने के लिए भी निर्देश दिए गए।
एडीजी जीआरपी ने सराहनीय कार्य करने वाले कर्मचारियों को नकद पुरुस्कार देकर सम्मनित किया गया।

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