सुल्तानपुर. शनिवार को सुल्तानपुर में गजब का नजारा देखने को मिला. यहां सुल्तानपुर में एसपी ऑफिस के गेट के बाहर सड़क पर एक युवती ने कोहराम मचा दिया. यहां बैठी लड़की ने कहा कि मुझे न्याय चाहिए. उसने बताया कि धम्मौर के एक लड़के के साथ वह बीते 6 महीनों से रह रही थी. अब उसके बाबू को परिवार वालों ने कहीं छिपा दिया है और लड़की को फर्जी केस में जेल भिजवा दिया था. किसी तरह बाहर आई लड़की ने कहा कि अब ना तो मेरे लिए परिवार में जगह बची है और ना ही ससुराल वाले मुझे स्वीकार कर रहे हैं.
लड़की ने कहा कि पुलिस वाले भी मेरी बात नहीं सुन रहे हैं. पुलिस अफसर ने मुझे थाने से भगा दिया, अब मैं कहां जाऊं. मैं उस लड़के से प्यार करती हूं और सारी जिंदगी उसकी पत्नी बनकर रहना चाहती हूं. हम बीते 6 महीनों से एक साथ लिव इन रिलेशनशिप में थे. सब ठीक-ठाक था, लेकिन लड़के के घरवालों ने ऐसा खेल खेला कि मुझे 151 के केस में जेल भिजवा दिया. मेरी कोई गलती नहीं थी, लेकिन फिर भी मैं जेल के अंदर थी. वहां मुझसे बहुत काम करवा गया. जेल में मैंने खाना-पीना सब छोड़ दिया तब जेलर ने मेरी बात सुनी और फिर उन्होंने मेरी जमानत करा दी.
मुझको मेरा बाबू चाहिए, अब उसी के साथ रहूंगी
लड़की ने बताया कि जेल से छूटने के बाद मैं पहले अपने घर पहुंची तो घर वालों से मना कर दिया. इसके बाद मैं ससुराल पहुंची तो ससुराल वालों ने मुझे नहीं स्वीकार किया. मेरे पति को लेकर जब पूछताछ की तो फिर बहुत बातें हुईं. मेरे बाबू को उसके घर वालों ने कहीं छिपा दिया है. मैं उसी के साथ रहना चाहती हूं; जब मैं पुलिस के पास पहुंची तो उन लोगों ने मेरी बात नहीं सुनी. मजबूरी में मुझे एसपी ऑफिस के बाहर धरना देना पड़ा. मुझे मेरा बाबू चाहिए. अब मैं उसी के साथ रहूंगी. लड़के के घर वाले मुझ पर आरोप लगा रहे हैं कि मैंने बाबू को मार डाला है; अगर ये सच्चाई है तो फिर मुझे सजा मिलनी चाहिए. पुलिस मुझे मेरे बाबू से लवा दे.
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